असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इजराइल-हमास युद्ध पर कांग्रेस के प्रस्ताव की तुलना पाकिस्तान और तालिबान से की है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने जोरहाट में कहा कि हमास की तरफ से किए गए आतंकवादी हमले की निंदा करना कांग्रेस की जिम्मेदारी थी। उन्हें महिलाओं और बच्चों समेत लोगों को बंधक बनाने के लिए हमास की आलोचना करनी चाहिए थी। वे फिलिस्तीन राज्य के बारे में बात कर सकते हैं लेकिन अपने प्रस्ताव में उन्होंने इनमें से किसी के बारे में बात नहीं की। आतंक, हमास, बंधक बनाए गए लोगों का जिक्र नहीं किया, पाकिस्तान का भी यही बयान था। इसीलिए ये सवाल हमेशा उठता रहा है कि कांग्रेस को भारत में सरकार बनानी चाहिए या पाकिस्तान में इमरान खान के साथ या अफगानिस्तान में तालिबान के साथ।
कांग्रेस कार्य समिति के प्रस्ताव में इजराइल पर हमास के हमले का जिक्र ना करने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस को आतंकवादी संगठनों का समर्थक करार दिया।