देश में कोरोना फिर से तेजी से पैर पसार रहा है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 1805 नए मामले सामने आ चुके हैं. शनिवार को ये आंकड़ा अधिक था. शनिवार को कोरोना के 1890 नए मामले सामने आए थे. लकिन रविवार को कोरोना के कम मामले सामने आए थे. अब बढ़ते मरीजों कि वजह से डेली पॉजिटिवीटी रेट 3.19% हो गया है. बता दें कि पिछले 7 दिनों में कोरोना के मामलों में 78% की बढ़ोतरी देखी गई है.
मौत के दरवाजे तक ले जाती कोरोना की रफ्तार
अगर हम बीते एक सप्ताह की बात करें तो इस बीच कोरोना की धीमी रफ्तार तेज होती दिखी. जो कि एक बड़े खतरे की आहट है. बीते सप्ताह में 29 लोगों की संक्रमण के चलते मौत होने की खबर सामने आई है. अगर उससे एक सप्ताह पहले की बात की जाए तो 19 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी. वहीं बीते 24 घंटे की बात करें, तो 6 लोगों की कोरोना से मौत की खबर सामने आई है. जिसमें चंडीगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में एक-एक मौत हुई है और केरल में दो मौतें दर्ज की गईं हैं. जिसके बाद कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 5 लाख 30 हजार 837 हो गया है.
एक सप्ताह में कहां कितने मरीज मिले ?
एक सप्ताह में महाराष्ट्र में कोरोना के 1965 नए मरीज मिले हैं. गुजरात में 1579, केरल में 1333, कर्नाटक में 764, दिल्ली में 681 और तमिलनाडु में 582 मामले दर्ज किए गए. पिछले सप्ताह के मुकाबले इस बार कोरोना के 78% मरीज ज्यादा देखे गए हैं. ये मामले लगभग 8 दिनों में डबल हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक तीसरी लहर के बाद 5 महीने में कोरोना के मामले 10 गुना बढ़े हैं. अगर दुनियाभर के कोरोना के मामलों की बात की जाए तो लगभग 94 हजार केस रोजाना सामने आ रहे हैं. जो एक बड़ा खतरा है.
क्या नए वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं?
कोरोना के नए वैरिएट XBB.1.16 के मामले भी बढ़ रहे हैं. एक्पर्ट्स का मानना है कि कोरोना के बढ़ने का एक कारण नया वैरिएंट भी हो सकता है. लेकिन नए वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि इससे जान जाने का खतरा कम है. लेकिन वैरिएंट की पुष्टी होने के बाद कोरोना के नियमों का पालन करना जरूरी है ताकि इसे फैलने से रोका जा सके. बता दें कि कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए हाल ही में PM मोदी ने भी हाईलेवल मीटिंग की थी. इस मीटिंग में सर्विलांस, जीनोम टेस्टिंग और सांस की बीमारी से पीड़ित सभी मरीजों की टेस्टिंग करने पर भी जोर देने की बात कही थी.