पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपनी अच्छी पकड़ रखने वाली राष्ट्रीय लोकदल की राज्य पार्टी की मान्यता चली गई थी, लेकिन राष्ट्रीय लोकदल के लिए राहत भरी बात ये है कि रालोद की मान्यता और रालोद का सिंबल हैंडपंप यूपी में होने वाले निकाय चुनाव तक बरकरार ही रहेगा. चुनाव की अधिसूचना जारी होने के कारण रालोद का सिंबल अभी भी निकाय चुनाव तक रालोद के पास ही रहेगा. ये रालोद के लिए और जयंत चौधरी के लिए बड़े ही खुशी की खबर है. और साथ में ही सपा के लिए भी ये खबर खुशी लाने वाली है. यूपी में जल्दी ही निकाय चुनाव होने वाले हैं और सभी दल भाजपा का विजयी रथ रोकने की फिराक में हैं. निकाय चुनावों में शहरी मतदाता ही होते हैं और भाजपा की हमेशा से ही शहरी मतदाताओं पर अच्छी पकड़ रहती है.
आपको बता दे कि पश्चिम यूपी में अपनी ठीक ठाक पकड़ रखने वाली रालोद की राज्य पार्टी का दर्जा छिन चुका है लेकिन रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने चुनाव आयोग से अपनी पार्टी के सिंबल को ना छिनने को कहा था. और चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी होने के कारण रालोद का सिंबल हैंडपंप निकाय चुनाव तक के लिए रालोद को देने की छूट दे दी. रालोद को 2002 में राज्य पार्टी का दर्जा मिला था जो लगभग 21 सालों के बाद अब छिन गया है.