देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी का एलान किया गया है। इस ई-नीलामी में स्वर्ण मंदिर के मॉडल को भी शामिल किया गया है। जिससे अकाली दल और दूसरे सिख संगठनों के नेता बेहद नाराज हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी की ओर से पीएम मोदी को दिए गए इस उपहार को लेकर अकाली दल ने पीएम से अपील की है कि अगर इस तोहफे को नहीं रखना है तो इसे शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधन समिति को वापस कर दिया जाए।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा “मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ कि सरकार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा पीएम मोदी को दिए किए गए सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के पवित्र मॉडल की नीलामी करने जा रही है। यह अकाल पुरख और गुरुओं का आदर्श है। इसे आशीर्वाद के एक पवित्र प्रतीक के रूप में दिया जाता है और इसे नीलाम करना घोर अपमानजनक होगा और सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करेगा।
सुखबीर सिंह बादल ने आगे लिखा “मेरा प्रधानमंत्री से विनम्र अनुरोध है कि इस नीलामी को तुरंत रोका जाए। अगर यदि सरकार इस पवित्र और अमूल्य उपहार को संभालने में असमर्थ महसूस करती है तो मेरा अनुरोध है कि इस पवित्र प्रतीक को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति को वापस सौंप दिया जाए”।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले सम्मान और उपहारों की नीलामी में सचखंड श्री हरिमंदर साहब के मॉडल की नीलामी नहीं की जानी चाहिए। यह कोई सामान्य उपहार नहीं बल्कि श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि वह श्री हरमंदिर साहिब का मॉडल अपने आवास पर रखें।”
कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा “पीएम मोदी को मिले उपहारों की नीलामी की प्रक्रिया की जा रही है। जिसमें श्री हरिमंदिर साहिब जी का मॉडल भी शामिल है। आपसे अनुरोध है कि इसे सूची से हटा दें क्योंकि यह ऐसी वस्तु नहीं है जिसका मौद्रिक संदर्भ में कोई सीमित मूल्य हो सकता है। इससे सिखों और पंजाबियों की भावनाएं आहत होंगी क्योंकि श्री हरिमंदिर साहिब हर पंजाबी के लिए सर्वोच्च आध्यात्मिक और लौकिक पीठ है। मैं एसजीपीसी से इस मुद्दे को तुरंत पीएमओ के समक्ष उठाने का अनुरोध करता हूं।”
पीएम मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी 2 अक्टूबर से हो रही है। यह 31 अक्टूबर तक चलेगी। केंद्र सरकार ने 900 से अधिक स्मृति चिन्हों में स्वर्ण मंदिर के मॉडल को सूचीबद्ध किया है। नीलामी से प्राप्त धनराशि सरकार की ‘नमामि गंगे’ योजना में डाली जाएगी जिसका मकसद गंगा नदी की सफाई है।
अन्य उपहारों में भगवान लक्ष्मी नारायण विट्ठल और देवी रुक्मिणी की एक मूर्ति, गुजरात के सूर्य मंदिर की प्रतिकृतियां, चित्तौड़गढ़ का विजय स्तंभ और प्रसिद्ध कलाकार परेश मैती द्वारा चित्रित बनारस घाट की एक पेंटिंग शामिल हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने एक्स पर इन वस्तुओं की प्रदर्शनी की घोषणा की और कहा कि वे भारत की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और कलात्मक विरासत का प्रमाण दिखला रहे हैं।
केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को मिले विभिन्न तोहफों और स्मृति चिह्नों की ई-नीलामी शुरु की गई है जिसके तहत श्री हरमंदिर साहिब के मॉडल के लिए 31 अक्टूबर शाम पांच बजे तक बोलियां आमंत्रित की गई है। इसके लिए बेस मूल्य 13,500 रुपये निर्धारित किया गया है और दो अक्टूबर को सुबह 10 बजे शुरु हुई इस मॉडल की नीलामी के लिए बोली अब तक 1,51,200 रुपये पर पहुंच चुकी है।