अमेरिका के न्यू जर्सी में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर बनकर तैयार हो गया है। जिसका उद्घाटन 8 अक्टूबर को किया गया। इस अक्षरधाम मंदिर का निर्माण बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम संगठन द्वारा किया गया है। यह भव्य मंदिर 19वीं सदी के हिंदू आध्यात्मिक गुरू भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। इसके साथ ही यह उनके 5वें आध्यात्मिक उत्तराधिकारी और प्रसिद्ध संत प्रमुख स्वामी महाराज से प्रेरित है। मंदिर का औपचारिक उद्घाटन 8 अक्टूबर को हो गया है। लेकिन यह भक्तो के लिए 18 अक्टूबर से खोला जाएगा।
अमेरिका के न्यू जर्सी के रॉबिंसविले टाउनशिप में बने अक्षरधाम मंदिर को तैयार होने में करीब 12 साल का समय लगा। इसका निर्माण 2011 में शुरू हुआ था, जो इस वर्ष 2023 तक चला। इसे बनाने में 12,500 से अधिक स्वयं सेवकों ने मेहनत की है।
अक्षरधाम मंदिर 183 एकड़ में फैला है। इसे प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों और भारतीय संस्कृति के अनुसार डिजाइन किया गया है। इसमें 10,000 मूर्तियां, भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों और नृत्य रूपों की नक्काशी स्थापित की गई हैं। इसके साथ ही इसमें एक मुख्य मंदिर, 12 उप-मंदिर, 9 शिखर और 9 पिरामिड शिखर शामिल हैं।
मंदिर के निर्माण के लिए चूना पत्थर, गुलाबी बलुआ पत्थर, संगमरमर और ग्रेनाइट सहित चार प्रकार के पत्थरों का उपयोग किया गया है। चूना पत्थर बुल्गारिया और तुर्की से मंगाया गया था, जबकि संगमरमर ग्रीस, तुर्की और इटली से मंगाया गया था। इसके साथ ही ग्रेनाइट भारत और चीन से और बलुआ पत्थर भारत से मंगाया गया था।
मंदिर परिसर में एक बावड़ी भी है, जिसे भारतीय परंपरा के अनुसार बनाया गया है। इस बावड़ी को ‘ब्रह्म कुंड’ भी कहते हैं। अक्षरधाम मंदिर में बनी इस बावड़ी में भारत की पवित्र नदियों के पानी को शामिल किया गया है। इसके अलावा अमेरिका के सभी 50 राज्यों सहित दुनिया भर के 300 से अधिक जल निकायों का पानी शामिल किया गया है।