अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीती रात ओवल ऑफिस में अपने संबोधन में कहा कि इजराइल और यूक्रेन के लिए समर्थन अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। बाइडेन के मुताबिक अमेरिका दोनों देशों के लिए अरबों डॉलर की सैन्य सहायता की मांग पूरी करने की तैयारी कर रहा है। बाइडेन ने संबोधन में कहा-
“आज सुबह, मैं इज़राइल से लौटा हूं। लोगों ने मुझे बताया है कि मैं युद्ध के दौरान वहां की यात्रा करने वाला पहला अमेरिकी राष्ट्रपति हूं। मैंने प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की, और सबसे ज्यादा खुशी है कि मैं इजराइल के लोगों से मिला, जो व्यक्तिगत रूप से सात अक्टूबर को हमास के किए भयानक हमले से गुजरे थे। इज़राइल में 1300 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई थी, जिसमें कम से कम 32 अमेरिकी नागरिक और बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक कई निर्दोष लोग शामिल थे। इजरायली अमेरिकियों को बंधक बना लिया गया है। जैसा कि मैंने हमास की तरफ से बंधक बनाए गए अमेरिकियों के परिवारों को बताया, हम उनके परिवार के सदस्यों को घर लाने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं। राष्ट्रपति के रूप में, मेरे लिए अमेरिकी बंधक की सुरक्षा से ज्यादा कोई प्राथमिकता नहीं है। हम उन सामूहिक कब्रों को नहीं भूले हैं, जिनके शरीर पर यातनाओं के निशान थे, रूसियों ने उन्हें एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। बलात्कार किया गया और हजारों यूक्रेनी बच्चों को जबरन रूस में ले जाया गया, उनके माता-पिता से चुरा लिया गया। ये बीमार मानसिकता है। हमास और पुतिन अलग-अलग खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन वे इसे साझा करते हैं, वे दोनों पड़ोसी लोकतंत्र को पूरी तरह से नष्ट करना चाहते हैं। हमास ने कहा कि हमले का मकसद इजरायल का विनाश और यहूदी लोगों की हत्या है। मैंने गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों को संयुक्त राष्ट्र से मानवीय सहायता की पहली खेप भेजने की रजामंदी हासिल की है। अगर हमास इन शिपमेंट को डायवर्ट नहीं करता है, तो हम फिलिस्तीनियों के लिए जीवन रक्षक मानवीय सहायता के लगातार वितरण का रास्ता खोलने जा रहे हैं। जैसा कि मैंने इजराइल में कहा था कि ये चाहे जितना कठिन हो हम शांति का रास्ता नहीं छोड़ सकते, हम द्विराष्ट्र समाधान नहीं छोड़ सकते। इजराइल और फिलिस्तीन समान रूप से सुरक्षा, सम्मान और शांति से रहने के हकदार हैं।”
बाइडेन ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय आक्रामकता को जारी रखने की अनुमति दी जाती है तो संघर्ष और अराजकता दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकती है।
बाइडेन ने कहा, “हमास और पुतिन अलग-अलग खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन वे इसे साझा करते हैं। वे दोनों पड़ोसी लोकतंत्र को पूरी तरह खत्म करना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि वे अमेरिकी कांग्रेस को तत्काल फंडिंग का अनुरोध भेजेंगे, जो अगले साल में लगभग 100 अरब अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है। इस प्रस्ताव में यूक्रेन, इजराइल और ताइवान को मानवीय सहायता और बॉर्डर मैनेजमेंट के लिए मदद देना शामिल है।
बाइडेन ने कहा, “ये एक स्मार्ट निवेश है जो पीढ़ियों तक अमेरिकी सुरक्षा को फायदा पहुंचाने जा रहा है।” जो बाइडेन ने ये संबोधन तेल अवीव के दौरे के बाद आया है। उनके इस दौरे का मकसद इजराइल और हमास के बीच युद्ध को व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष में बदलने से रोकने और फिलिस्तीनी को मानवीय सहायता को बढ़ावा देना था। अपने संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि उनकी प्राथमिकता उन अमेरिकियों की सुरक्षा है जिन्हें हमास ने बंधक बना लिया है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि अपने संबोधन से पहले राष्ट्रपति बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से बात की और इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका कीव का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।