मिजोरम विधानसभा के लिए सात नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए कम से कम 3 हजार पुलिसकर्मी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 450 टुकड़ी तैनात की जाएंगी। मिजोरम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मधुप व्यास ने बुधवार को कहा कि निर्वाचन आयोग सुचारू, स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास कर रहा है।
मधुप व्यास ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कर्मियों की दस कंपनियां और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की पांच-पांच कंपनियां पहले ही मिजोरम पहुंच चुकी हैं और अपने तैनाती स्थानों पर हैं। सीएपीएफ के एक सेक्शन में 12 कर्मी शामिल होते हैं। इस तरह 450 सेक्शन में सीएपीएफ के 5,400 कर्मी होंगे।
मधुप व्यास ने कहा कि मतदान के दिन आइजोल में एक हेलीकॉप्टर को तैनात रखने की भी व्यवस्था की गई है। अधिकारी के मुताबिक चुनाव की घोषणा के बाद से अब तक 36.32 करोड़ रुपये की नकदी, ड्रग्स, शराब और दूसरी प्रतिबंधित चीजें जब्त की गई हैं। मिजोरम विधानसभा की 40 सीट के लिए चुनाव सात नवंबर को एक ही चरण में होंगे और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
मधुप व्यास ने कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को राजनैतिक दलों और संगठनों से कई प्रतिवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें मतगणना की तारीख में बदलाव की मांग की गई थी क्योंकि ये रविवार को पड़ रही है जो ईसाइयों के लिए पवित्र दिन है। उन्होंने कहा कि पत्रों को निर्वाचन आयोग को भेज दिया गया था। मधुप व्यास ने बताया कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग से अब तक प्रतिवेदनों का जवाब नहीं मिला है।
मिजोरम में 4,39,026 महिला मतदाताओं सहित 8.57 लाख से ज्यादा मतदाता आगामी विधानसभा चुनावों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र हैं।
मधुप व्यास ने कहा कि 1,276 मतदान केंद्रों में से लगभग 30 की पहचान ‘क्रिटिकल’ के रूप में की गई है। कुल मिलाकर 18 महिलाओं सहित 174 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। दो पुरुष और दो महिलाएं दो-दो सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।