भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगने के बाद भारत जवाबी कार्रवाई कर रहा है। इस मामले में भारत कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवाएं रद्द करने के बाद भारत अब खालिस्तानियों पर सख्त हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, भारत अब कनाडा, UK और अमेरिका के खालिस्तानियों का OCI कार्ड रद्द होगा, जो विदेश में रहकर एंटी-इंडिया कैम्पेन चला रहे हैं और भारतीय संस्थानों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
OCI कार्ड, ‘’ओवरसीज़ सिटीजन ऑफ इंडिया’’ यह कार्ड भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों को भारत में अनिश्चितकाल रहने, काम करने और सभी तरह के आर्थिक लेन-देन की अनुमति देता है, साथ ही ओसीआई धारक व्यक्ति जब चाहे बिना वीज़ा के भारत आ सकता है। ओसीआई कार्ड अनिश्चितकाल के लिए मान्य होता है। विदेश में बसकर वहां की नागरिकता ले चुके भारतीय लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में ऐसी दोहरी नागरिकता लेने के नियम हैं।
भारतीय नागरिकता क़ानून के अनुसार अगर कोई व्यक्ति दूसरे देश की नागरिकता ले लेता है तो उसे भारतीय नागरिकता छोड़नी होगी।
जिन अप्रवासी भारतीयों ने दोहरी नागरिकता ले रखी थी उन्हें भारत आने पर बार-बार वीज़ा के लिए आवेदन करना पड़ता था। भारतीय मूल के लोगों की इस समस्या को हल करने के लिए भारत सरकार ने 2003 में PIO कार्ड की शुरुआत की। जिसका अर्थ था- पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन। इसकी समय सीमा 10 साल की होती थी। लेकिन 2006 में प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर भारत सरकार ने ऐसे लोगों को OCI कार्ड देने की घोषणा की। इसके बावजूद दोनों कार्ड चलन में रहे, लेकिन 2015 में पीआईओ कार्ड को खत्म करके OCI कार्ड को जारी रखा गया।
यह कार्ड उन लोगों को जारी होगा जो भारत के नागरिक रह चुके हैं या उनके माता-पिता भारतीय नागरिक रहे हों। कार्ड जारी करने के बाद भारत उस कार्ड होल्डर को यहां जीवनभर काम करने और हर तरह के आर्थिक लेन-देन करने की अनुमति देता है। यही वजह है कि यह कार्ड लाइफटाइम वैलिड रहता है। कार्डधारक को भारत आने के लिए वीजा की जरूरत नहीं पड़ती।
OCI कार्डधारक को लेकर कुछ खास निर्देश जारी किए गए हैं। आम भारतीयों की तरह उनके पास कई अधिकार होते हैं, लेकिन कुछ काम करने की मनाही होती है। जैसे-
-वो चुनाव नहीं लड़ सकते।
-भारत में वोटिंग नहीं कर सकते।
-सवैधानिक पद पर काम या सरकारी नौकरी नहीं कर सकते।
-खेती योग्य जमीन नहीं खरीद सकते।