आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। CBI की कार्रवाई के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। उन्हें 14 दिन की न्याय हिरासत में रखा गया है। अब इस बीच ED ने भी शिकंजा कस दिया है। 11 बजे से ED सिसोदिया से पूछताछ कर रही है। दरअसल CBI ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। दिल्ली सरकार की विवादित शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में ये कार्रवाई की गई। CBI ने करीब 6 महीने की जांच के बाद इस मामले में सिसोदिया को गिरफ्तार किया।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सिसोदिया 24 घंटे CCTV की निगरानी में रहेंगे। मीडिया रिपोर्ट के ने बताया कि अभी मनीष सिसोदिया के साथ सेल में कोई कैदी नहीं है, लेकिन आने वाले दिनों में उनके साथ एक कैदी रखा जाएगा. मनीष सिसोदिया का जेल पहुंचने के बाद सबसे पहले मेडिकल टेस्ट करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट नॉर्मल आई. इसके बाद वो अपने सेल में चले गए.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को 20 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सिसोदिया को CBI ने आबकारी घोटाले में 25 फरवरी को गिरफ्तार किया था। CBI की तरफ से विशेष जज को बताया गया कि फिलहाल उसे सिसोदिया की हिरासत की जरूरत नहीं है। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। उन्हें तिहाड़ जेल ले जाया गया। जहां उन्हें जेल नंबर-1 के वार्ड नंबर-9 में रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, मनीष सिसोदिया को बुजुर्गों की सेल में रखा गया है। वहीं न्यायिक हिरासत में खत्म होने के बाद उन्हें 20 मार्च को दोपहर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई एक्साइज पॉलिसी लागू की थी। दिल्ली सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी लाने को लेकर माफिया राज खत्म करने का तर्क दिया था। साथ ही ये भी दावा किया गया था कि इससे सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा। जुलाई 2022 में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने इस मामले में एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी थी। इसमें एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ी के साथ ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगा था। इसी रिपोर्ट के आधार पर CBI ने 17 अगस्त 2022 को सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।