देश के पूर्वोत्तर राज्यों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण हाहाकार मचा हुआ है। बाढ़ के कारण आम जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। इतना ही नहीं, नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ के कारण न केवल आम लोग, बल्कि जानवर भी चपेट में आ गए हैं।
Assam Flood: बाढ़ के कारण 131 जंगली जानवरों की मौत
असम में बाढ़ के कारण काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (Kaziranga National Park) में अब तक 131 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की फील्ड डायरेक्टर सोनाली घोष (IFS Officer Sonali Ghosh) के मुताबिक, बाढ़ के पानी में डूबने से अब तक काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 131 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है। इनमें छह राइनो, 100 हॉग हिरण और दो सांभर शामिल हैं। वहीं, 17 हॉग हिरण और ऊदबिलाव की देखभाल के दौरान मौत हो गई। इसके अलावा, वाहन की चपेट में आने से दो हॉग हिरण की मौत हो गई।
Assam Flood: 97 जंगली जानवरों का किया गया रेस्कयू
जानकारी के मुताबिक, पार्क प्राधिकरण (Park Authority) और वन विभाग ने बाढ़ के दौरान 97 जंगली जानवरों को डूबने से बचाने में भी कामयाबी हासिल की है। पार्क प्राधिकरण का कहना है कि राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ की स्थिति में सुधार हो रहा है। करीब 233 में से 69 वन शिविर पानी में हैं। इनमें काजीरंगा रेंज के अंतर्गत 22 वन शिविर, बागोरी रेंज के अंतर्गत 20 शिविर, अगराटोली रेंज के अंतर्गत 14 शिविर, बुरापहाड़, बोकाखाट और नागांव वन्यजीव प्रभाग में 4-4 और विश्वनाथ वन्यजीव प्रभाग के अंतर्गत एक शिविर मौजूदा समय में बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है।
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Assam Flood: असम में बाढ़ के कारण अबतक 66 लोगों की मौत
पार्क प्राधिकरण के मुताबिक, बाढ़ की वजह से काजीरंगा रेंज और बोकाखाट रेंज में दो-दो सहित चार वन शिविरों को भी खाली करा दिया गया है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, असम में बाढ़ की स्थिति हाल ही में और खराब हो गई है। पिछले 24 घंटों में बाढ़ के कारण आठ लोगों की जान चली गई है, जिससे इस साल मरने वालों की कुल संख्या 66 हो गई है। राज्य में 28 जिलों में 27.74 लाख से अधिक लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं, NDRF, SDRF, अग्निशमन व आपातकालीन सेवाएं (Fire & Emergency Services) और स्थानीय प्रशासन की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।