आज विश्व पर्यटन दिवस है। भागदौड़ भरी जिंदगी में सूकून पाने के लिए हम घूमना पसंद करते हैं। जिससे रिलैक्स मिलता है। शरीर को आराम मिलता है और मन को शांति मिलती है और साथ ही थकान भी दूर होती है। जिससे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और हम अपनी अगली मंजिल पर चलने के लिए कमर कस लेते हैं। तो वो कौन कौन से स्थान हैं जहां आप जाकर रिलैक्स कर सकते हैं।
1. मनाली
मनाली वन ऑफ़ थे मोस्ट हाईएस्ट हिल स्टेशंस में से एक माना जाता है. समुद्र तल से 2,050 मीटर की ऊंचाई पर मनाली साल के किसी भी समय जाने के लिए बेस्ट है। हालांकि, मानसून सीजन में यहाँ जाना सेफ नहीं होता. यहाँ जाने का बेस्ट टाइम सितम्बर से जनवरी के बीच का माना जाता है। मनाली में आप वह की शांत और खूबसूरत वादियों में घूमने के अलावा कई और एक्टिविटीज का लुत्फ़ उठा सकते हैं। यहां पर आप स्कीइंग, ट्रैकिंग और हाईकिंग कर सकते हैं , आसपास की जगहें जैसे भुंतर, नगर कैसल, और उरुस्वती हिमालयन लोक कला म्यूजियम में भी घूमने जा सकते है। मनाली पहुचने के लिए आप फ्लाइट ले सकते हैं, जो की भुंतर में स्तिथ है, जोगिन्दर सिंह रेलवे स्टेशन 120 किमी दूर है, और मनाली बस डिपो तो है ही। पर मेरा पर्सनल फेवरेट है एक लॉन्ग ड्राइव, जिसमें आप डेस्टिनेशन के साथ साथ रास्ते की हसीन वादियों का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं।
2. दार्जेिलिंग
इसके बाद नंबर आता है वेस्ट बंगाल के हिल स्टेशन दर्जेलिंग का। दर्जेलिंग सिक्किम से अपना बॉर्डर शेयर करता और इसकी हाइट से समुंद्र लेवल से 2050 मीटर की ऊंचाई पर है। अपने टी एस्टेट्स के लिए फेमस दर्जेलिंग सिर्फ भारत में ही नहीं , बल्कि विदेशों में भी काफी फेमस है। दर्जेलिंग को इंडिया का मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है। यहाँ घूमने का बेस्ट समय मई से अक्टूबर का बताया जा है। दर्जेलिंग में आप कई एक्टिविटीज का मज़ा ले सकते हैं। इनमें सबसे ख़ास है दर्जेलिंग की टॉय ट्रैन, जो की दर्जलिंग हिमालयन रेलवे के अंडर आती है। इसके अलावा टाइगर हिल और पीस पैगोडा जैसी जगहों पर भी आप घूमने जा सकते हैं। यहाँ पर कार राइड, घुड़सवारी जैसी एक्टिविटीज भी अवेलेबल हैं। दर्जलिंग के आस पास की जगहें जैसे की गंगटोक और कलिम्पोंग भी बेहद खूबसूरत हैं, जहां आप घूमने या स्टे करने भी जा सकते हैं। दर्जेलिंग पहुँचने के लिए बागडोगरा हवाई अड्डा , दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, तेनजिंग नोर्गे बस स्टैंड, सभी अवेलेबल हैं।
3. ऊटी
तमिलनाडु में स्तिथ ऊटी एक काफी फेमस हिल स्टेशन है। समुद्र ताल से 2,240 मीटर की ऊंचाई पर नीलगिरि की पहाड़ियों के बीच मौजूद ऊटी इसके मौसम किन वजह से और भी खूबसूरत हो जाती है। यहाँ पर कई अमेजिंग लोकेशंस है, जिनमें आते हैं ऊटी झील, स्टोन हाउस, नीलगिरि माउंटेन रेलवे और पायकारा फॉल्स। ऊटी के आस पास भी बेहद खूबसूरत ट्रेवल worthy लोकेशंस भी हैं जैसे की कूर्ग, कुन्नूर और बेंगलुरु। ऊटी जाने का सबसे सही समय बताया जाता है अक्टूबर से दिसंबर के बीच और यहाँ पहुँचने के लिए कोयंबटूर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मेट्टुपालयम रेलवे, और ऊटी बस स्टैंड से जा सकते हैं।
4. धर्मशाला
घूमने जाने के लिए हिमाचल प्रदेश का हिलस्टेशन धर्मशाला भी कुछ कम नहीं है। धर्मशाला एक बहुत ही शांत और खूबसूरत PINE और देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ हिल स्टेशन है। अगर आप एडवेंचर लवर हैं तो ये जगह आपको डिसअप्पोइंट नहीं करेगी। यहाँ आप ट्रैकिंग के साथ साथं नाइट कैंपिंग के लिए भी जा सकते हैं। धर्मशाला से महज़ पांच किलोमीटर दूर मैक्लॉडगंज हिल स्टेशन भी है। यहाँ आप इस जगह के फेमस टूरिस्ट स्पॉट्स जैसे दलाई लामा मंदिर और त्सुगलगखंग मंदिर घूम सकते हैं। वैसे तो यहाँ घूमने का favourable समय गर्मियों का बताया जाता है पर अगर आप सर्दियाँ आने से पहले एक pre विंटर चिल का लुत्फ़ उठाना चाहते हैं तो धर्मशाला आपके लिए है। यहाँ पहुँचने के लिए गग्गल में स्तिथ काँगड़ा एयरपोर्ट जाना होगा, जो की धर्मशाला सिटी से केवल 14 किमी की दूरी पर है। धर्मशाला का निअरेस्ट रेलवे स्टेशन है पठानकोट, जहां से आप गेज लाइन के थ्रू काँगड़ा पहुंचेंगे, और वहां से आगे गाड़ी का सफर। आपको एक बात और बता दें, ये जो काँगड़ा रेलवे गेज लाइन है न, ये इंडिया की सबसे लम्बी गेज लाइन है और दुनिया की सबसे लम्बी गेज लाइन मानी जाती है।
5. मुनस्यारी
अगर आप एक नेचर लवर है और नेचर के शांति में खूबसूरत नज़ारों को पहाड़ों के बीच एन्जॉय करना चाहते हैं तो मुनस्यारी आपके लिए हैं। उत्तराखंड के पहाड़ों में स्तिथ मुनस्यारी गाओं ट्रैकिंग और स्कीइंग के लिए मशहूर है। मानसून सीजन के अलावा आप यहाँ कभी भी जा सकते है। यहाँ के खूबसूरत झरने और नदी आपका मन मोह लेगी। चाहे आप सोलो जाएँ या फिर दोस्तों या फॅमिली के साथ, ये जगह आपको डिसअप्पोइंट नहीं करेगी। लोग दूर दूर से यहाँ छुट्टियां मानाने आते है। मुनस्यारी एक खूबसूरत डेस्टिनेशन होने के साथ साथ कई ख़ास ट्रेल्स का बेस भी है। यहाँ से आप खलिआ टॉप ट्रेक पर जा सकते है, जो है तो दो घंण्टे का , पर आखिर में जब आप टॉप पर पहुँच जायेंगे तो नज़ारा देख कर कहेंगे ” it was worth it “। क्युकी ऊपर पहुँच के आपको दिखेंगे हरे भरे घास के मैदान और स्नो कवर्ड माउंटेन्स। इसके अलावा Thamri कुंड ट्रेक भी है , जो की खलिआ टॉप ट्रेक जितना लम्बा तो नहीं, पर खूबसूरत बहुत है। अगर आप बी एयर ट्रेवल कर रहे हैं , तो सबसे नेअरेस्ट एयरपोर्ट है पंतनगर एयरपोर्ट। इसके अलावा ट्रैन से जाना चाहें तो काठगोदाम और टनकपुर रेलवे स्टेशन से भी आप जा सकते हैं , पर आगे का रास्ता कैब या बस से तय करना होगा।