Shri Ram Janmabhoomi Mandir: 22 जनवरी को श्री रामलला की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद से लाखों की संख्या में तीर्थयात्री अयोध्या आ रहे हैं। श्री राम जन्मभूमि में प्रतिदिन 1 से 1.5 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए आते हैं। अयोध्या में रामलला के दर्शन करने की इच्छा रखने वाले रामभक्तों के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि श्रद्धालु सुबह 6:30 बजे से रात 9:30 बजे तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश कर सकते हैं। मंदिर में प्रवेश से लेकर निकास तक की पूरी प्रक्रिया बेहद सरल और सुविधाजनक है।
आमतौर पर भक्त 60 से 75 मिनट के भीतर रामलला के सहज दर्शन कर सकते हैं। एडवाइजरी में कहा गया है कि भक्त अपनी सुविधा और समय बचाने के लिए अपने मोबाइल फोन, जूते, पर्स आदि मंदिर परिसर के बाहर ही छोड़कर आएं। साथ ही मंदिर में फूल, माला, प्रसाद आदि ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
अब भक्तों को श्री रामलला की सुबह 4 बजे मंगला आरती, सुबह 6:15 बजे श्रृंगार आरती और रात 10 बजे शयन आरती के लिए प्रवेश केवल प्रवेश पास के साथ ही मिल सकेगा। अन्य आरतियों के लिए किसी प्रवेश पास की आवश्यकता नहीं होगी। प्रवेश पास के लिए भक्त का नाम, उम्र, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और शहर जैसी जानकारी आवश्यक है। यह प्रवेश पास श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट से भी प्राप्त किया जा सकता है। प्रवेश पास निशुल्क है।
आपको बता दें श्री राम जन्मभूमि मंदिर में किसी निश्चित शुल्क का भुगतान करके या किसी विशेष पास के माध्यम से विशेष दर्शन की कोई व्यवस्था नहीं है। यदि आपने कभी दर्शन के लिए भुगतान के बारे में सुना है, तो यह एक घोटाले का प्रयास हो सकता है। मंदिर प्रबंधन का इससे कोई संबंध नहीं है।
मंदिर में बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध हैं। ये व्हीलचेयर केवल श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के अंदर उपयोग के लिए उपलब्ध होंगी। अयोध्या शहर या किसी अन्य मंदिर के लिए व्हीलचेयर की सुविधा नहीं दी जाएगी। भक्तों को व्हीलचेयर के लिए कोई किराया नहीं देना होगा। लेकिन व्हीलचेयर की सहायता करने वाले युवा स्वयंसेवक को एक मामूली शुल्क देना होगा।