मोहन यादव भारतीय जनता पार्टी की ओर से मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए हैं। मोहन यादव शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।
इस बीच राज्य में जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला दो उपमुख्यमंत्री होंगे। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष होंगे।
मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण की सीट से विधायक बने थे। 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने। इससे पहले 2 जुलाई 2020 को उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर डॉ के लक्ष्मण और मध्य प्रदेश की आशा लाकड़ा ने विधायक दल की बैठक की। भाजपा ने गुरुवार को तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की घोषणा की। जिसमें हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण और राज्य के लिए राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा शामिल हैं।
2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान अनुभवी नेता कमल नाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ कांग्रेस सत्ता में लौट आई लेकिन 2020 में तत्कालीन कांग्रेसी ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 वफादार विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने के बाद राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल मच गई। अल्पमत में आने के बाद कांग्रेस सरकार गिर गई और भाजपा ने सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान दोबारा मुख्यमंत्री बने। लेकिन इस बार जब बीजेपी फिर प्रचंड बहुमत से विजयी हुई तो पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है। ऐसे में राजनीतिक गलियारे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी राज्य में नया सीएम चेहरा ला सकती है।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को हुई। राज्य में करीब 20 साल की सत्ता से जूझ रही भाजपा ने शानदार जनादेश हासिल किया। भाजपा ने 163 सीटें जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही।