Delhi Liquor Scam: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने जेल से बाहर आने के बाद कई आरोप लगाए। तिहाड़ जेल के बाहर आने के बाद संजय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई तरह की बातें की उनमें से राघव मगुंटा के बारे में उनका बयान काफी अहम था, क्योंकि राघव के बयान के आधार पर भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था। संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि राघव मगुंटा ने एजेंसी को 7 बयान दिए हैं। इनमें से 6 बयानों में राघव ने अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं लिया है। संजय सिंह के मुताबिक, राघव मगुंटा 6 बयानों में नहीं टूटा और बयान नहीं बदला। लेकिन, आखिरकार, 7वें बयान तक राघव मगुंटा टूट गए और सरकारी गवाह बन गए।
संजय सिंह ने बीजेपी और राघव मगुंटा के पिता मगुंटा रेड्डी के बीच में भी कनेक्शन बताया। आखिर कौन हैं ये राघव मगुंटा?
राघव मगुंटा कौन हैं?
राघव मगुंटा, मगुंटा रेड्डी के बेटे हैं। उन्हें दिल्ली शराब घोटाला मामले में गवाह बनने के बाद जमानत मिली थी। राघव मगुंटा पर ED ने यह आरोप लगाया था कि वह दिल्ली की आबकारी नीति घोटाला में शामिल थे। राघव मगुंटा को साउथ ग्रुप का हिस्सा माना जाता है। बता दें कि साउथ ग्रुप वही है जिसने आम आदमी पार्टी को कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। साथ ही राघव मगुंटा कई अल्कोहल प्रोडक्शन यूनिट्स के मालिक हैं। पिछले साल राघव मगुंटा के खिलाफ ED और CBI ने केस दर्ज किया थे। राघव मगुंटा कई महीनों तक जेल में में रहे थे। इसके बाद राघव मगुंटा अपने बयान से पलट गए और सरकारी गवाह बन गए।
संजय सिंह ने किया यह दावा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय सिंह ने यह दावा किया कि 16 सितंबर को पहली बार मगुंटा रेड्डी के आवास पर ED ने छापेमारी की थी। इसके बाद ED ने फिर 10 फरवरी तक मगुंटा रेड्डी को परेशान किया। 10 फरवरी के बाद मगुंटा रेड्डी के बेटे राघव मगुंटा को अरेस्ट कर लिया गया था। इसके बाद राघव मगुंटा से 16 जुलाई तक 7 बयान दिए थे। इस दौरान 5 महीने में राघव ने 7 बयान दिए थे। 6 बयानों तक तो राघव मना करता रहा कि घोटाले से अरविंद केजरीवाल का लेना-देना नहीं है। लेकिन, 7वें बयान में राघव मगुंटा ने अपना बयान बदल दिया।
कौन हैं मगुंटा रेड्डी?
मगुंटा रेड्डी आंध्र प्रदेश की ओंगोल लोकसभा सीट से TDP पार्टी के तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर पार्टी की ओर से लड़ा था और जीता भी था। इसके बाद मगुंटा रेड्डी ने वाईएसआर छोड़ दी और TDP पार्टी में शामिल हो गए। इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए TDP ने मगुंटा रेड्डी को अपना ओंगोल लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार चुना है। बता दें कि मगुंटा रेड्डी ओंगोल लोकसभा सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं।