झारखंड के राजनीतिक उथल पुथल के बाद अब मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राजभवन पहुंचकर अपने पद स् इस्तीफा दे दिया है। साथ चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रुप में राज्य की कमान संभालेंगें। इसके पहले झारखंड के रांची में मुख्यमंत्री के आवास, राजभवन और ईडी के कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत कर्फ्यू लगा दिया गया था। कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केंद्रीय एजेंसी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के बाद यह घटनाक्रम बदला है।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन से चल रही पूछताछ के खिलाफ रैलियों, जुलूसों या विरोध प्रदर्शनों की आशंका में बुधवार को उपमंडल कार्यालय द्वारा कर्फ्यू के संबंध में एक आधिकारिक आदेश जारी किया गया था। इससे पहले दिन में, ईडी अधिकारियों की एक टीम कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंची। पर सीएम वहां से गुमशुदा हो गए थे। फिर सीएम आवास पहुंचे। सुबह से ही घटनाचक्र चलता रहा।
मंगलवार को रांची स्थित सोरेन के आवास पर देर रात बैठक समाप्त होने के बाद झामुमो सांसद महुआ माजी ने बताया कि बैठक में हेमंत सोरेन ने कहा कि वह 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय का सामना करने के लिए तैयार हैं और उन्हें बिल्कुल भी डर नहीं है। ईडी के अधिकारी कथित भूमि घोटाला मामले में पूछताछ करने के लिए सोमवार रात राष्ट्रीय राजधानी में सोरेन के आवास पर गए और कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री का पता नहीं चल सका है।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने सोरेन को नया समन जारी कर कहा था कि वह 29 या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए उपलब्ध रहें, नहीं तो एजेंसी खुद उनसे पूछताछ के लिए जाएगी। ईडी द्वारा झारखंड के मुख्यमंत्री को जारी किया गया यह दसवां समन है।
रांची में मुख्यमंत्री आवास के आसपास भारी पुलिस तैनाती की गयी है।
इस बीच, ईडी की कार्रवाई के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकर्ता मोरहाबादी मैदान में जुटे. कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुटे थे और लगातार ”हेमंत सोरेन जिंदाबाद” के नारे लगा रहे थे.
झारखंड में ईडी की कार्रवाई के विरोध में झामुमो कार्यकर्ताओं ने राजभवन तक मार्च करने की योजना बनाई है.