यूपी में सपा ने लोकसभा चुनाव के लिए अब तक 31 प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इससे पहले गठबंधन के लिए कांग्रेस ने यूपी में सपा से 14 सीट मांगे थी, उन 17 सीटों में वाराणसी, अमरोहा व बागपत भी शामिल थे। लेकिन अब समाजवादी पार्टी ने वाराणसी, अमरोहा व बागपत से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इसके बाद INDIA को झटका लगते हुए दिख रहा है। सीट शेयर को लेकर दोनों पार्टियो के बीच अनबन साफ दिखाई दे रही है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का ये भी कहना है कि दोनों पार्टियों के बीच यूपी में गठबंधन नहीं होने वाला है।
पिछले कई दिनों से दोनों पार्टियों के बीच सीटों को लेकर बात चल रही थी। उसी बीच कांग्रेस ने मुरादाबाद, बिजनौर और बलिया की सीटो पर चुनाव लड़ना चाहती थी। लेकिन सपा इन सभी सीटो को देना नही चाहती है। सपा अध्यक्ष अखिलेश ने राहुल गांधी की न्याय यात्रा का निमंत्रण तो स्वीकार किया था । लेकिन अपनी घोषणा के अनुसार वह रायबरेली या अमेठी में इस यात्रा में शामिल नहीं हुए। अखिलेश ने सोमवार को ही स्पष्ट कर दिया था कि सीटों का बंटवारा फाइनल होने से पहले वे इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे। इसके साथ ही उन 17 सीटों की सूची भी कांग्रेस नेतृत्व को भेज दी गई थी। जो सीटें सपा ने कांग्रेस से मांगी थीं।
सपा ने आने वाले लोकसभा चुनाव की पांच लोकसभा प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी है। बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की जगह पार्टी ने शिवपाल यादव को मैदान में उतारा है। सपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने लोकसभा सीट वाराणसी से पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल को टिकट दे दिया है। पूर्व सांसद सलीम शेरवानी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा देने के बाद सपा ने बदायूं में अपनी रणनीति को बदलते हुए अनुभवी नेता शिवपाल सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया है।
पहले यहां से धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी घोषित किया गया था। कैराना से पूर्व सांसद मुनव्वर हसन की बेटी इकरा हसन, बरेली से पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन और हमीरपुर से अजेंद्र सिंह राजपूत को प्रत्याशी बनाया गया है। इस तरह से सपा के अब तक 31 प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं।