अमेरिका में भारतीयों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। नया मामला अमेरिकी राज्य ओहिया का है जहां पर एक भारतीय छात्र को निशाना बनाया गया है। इस भारतीय छात्र का नाम मोहम्मद अब्दुल अराफात है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अब्दुल मई 2023 में क्लीवलैंड विश्वविद्यालय से आईटी में मास्टर डिग्री के लिए अमेरिका गया था। अराफात 7 मार्च से लापता चल रहा था। जिनका कई दिनों से खोज अभियान चल रहा था। जो कि अब वह मृत पाया गया है। रिकॉर्ड के मुताबिक, इस साल ये 11वें भारतीय छात्र हैं जिनकी हत्या की गई है।
न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, मोहम्मद अराफात के परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। शोक संतप्त परिवार को उनके पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए हर संभव सहायता दी जा रही है। न्यूयॉर्क में भारत के दूतावास ने मंगलवार को कहा मोहम्मद अब्दुल अरफात की मौत के बारे में जानकर दुख हुआ है और वह उसकी मौत की जांच सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है।
यह जानकर दुख हुआ कि मोहम्मद अब्दुल अराफात, जिनके लिए खोज अभियान चल रहा था, ओहियो के क्लीवलैंड में मृत पाए गए।
अराफात के पिता मोहम्मद सलीम ने कहा था कि अरफात ने उनसे आखिरी बार 7 मार्च को उनसे बात की थी और उसके बाद से वह अपने परिवार के संपर्क में नहीं हैं। उन्होंने बताया कि उसका मोबाइल फोन भी बंद है। अमेरिका में अरफात के कमरे में उसके साथ रहने वाले व्यक्ति ने उसके पिता को सूचित किया था कि उसने क्लीवलैंड पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। उनके पिता मोहम्मद सलीम ने कहा कि दस दिनों के बाद, उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया, जिसने कहा कि एक ड्रग्स गैंग ने अराफात का अपहरण कर लिया है। अराफात के पिता से रिहाई के लिए 1200 अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांग भी थी।