Lok Sabha Election 2024: राजनीति में एक कहावत बहुत पुरानी है “जिस ओर जवानी चलती है, उस ओर जमाना चलता है”। यानी युवा वोटरों का रुझान किसी भी राजनीतिक दल की किस्मत बदल सकती है। आगामी चुनाव में ये कहावत सटीक बैठती नजर आ रही है। शायद यही वजह है कि राजनीतिक दल कोई भी हो हर दल के लिए युवा हमेशा से केंद्र में रहे है। हर युवा मतदाताओं का भरोसा जीतने में लगी है। इसका कारण ये भी है कि हर चुनाव में युवा वोटरों में इजाफा हुआ है।
चुनाव आयोग की तरफ से जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक देश में 18 से 29 वर्ष की आयु वर्ग के 21.6 करोड़ मतदाता हैं। ये संख्या कुल मतदाताओं की 22 फीसदी है। राजनीतिक दल ये बात बखूबी जानते हैं कि युवा मतदाताओं की अनदेखी कर जीत की दहलीज तक नहीं पहुंचा जा सकता है। हालांकि साल 2019 के आंकड़ों पर नजर डाले तो लोकसभा चुनाव में युवा मतदाताओं ने कांग्रेस के मुकाबले भाजपा पर ज्यादा भरोसा जताया था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 18 से 25 वर्ष की आयु के 44 प्रतिशत और 26 से 35 वर्ष की आयु के 46 प्रतिशत युवाओं ने भाजपा को वोट दिया था। जबकि कांग्रेस को 26 प्रतिशत युवाओं के वोट मिले थे।
तो आइये बात करते हैं कि इस बार के चुनाव में युवा मतदाताओं को रिझाने के लिए किस पार्टी ने किन-किन वादों की झड़ी लगायी है। एक तरफ पीएम मोदी ने विकसित भारत बनाने के लिए युवाओं को बीजेपी के पक्ष में वोट देने की अपील की है। तो वही, कांग्रेस ने युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा वादा किया है। कांग्रेस ने युवा न्याय के लिए 30 लाख सरकारी पदों को भरने, एक लाख रुपये सालाना की सरकारी नौकरी पक्की, पेपर लीक से मुक्ति और पांच हजार करोड़ का र्स्टाट अप फंड बनाने का वादा किया है। हालांकि देखना दिलचस्प होगा कि इस बार के चुनाव में युवा मतदाता मोदी की गारंटी पर भरोसा जताते है या फिर कांग्रेस के रोजगार की गारंटी पर।