Kargil Vijay Diwas 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25वें Kargil Vijay Diwas 2024 के अवसर पर लद्दाख के द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर 1999 के कारगिल युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि दी। कारगिल युद्ध के दौरान सैनिकों द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान को याद करने में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और सशस्त्र बलों के सभी रैंक भी शामिल हुए। बता दें, पीएम मोदी के दौरे से पहले कारगिल युद्ध स्मारक पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
25वें कारगिल विजय दिवस 2024 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुष्पांजलि समारोह में शामिल हुए।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंकुन ला सुरंग परियोजना का वर्चुअली उद्घाटन किया। शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग शामिल है, जिसका निर्माण निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फीट की ऊंचाई पर किया जाएगा ताकि लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान की जा सके। बताया जा रहा है कि पूरा होने के बाद, यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग न केवल देश के सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज और कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी, बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।
इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि कल, 26 जुलाई, हर भारतीय के लिए बहुत खास दिन है। हम 25वां कारगिल विजय दिवस मनाएंगे। यह उन सभी को श्रद्धांजलि देने का दिन है जो हमारे देश की रक्षा करते हैं। मैं कारगिल युद्ध स्मारक जाऊंगा और हमारे बहादुर नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा। शिंकुन ला सुरंग परियोजना के लिए भी काम शुरू होगा। यह परियोजना लेह से कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर खराब मौसम के दौरान।
क्यों मनाया जाता है Kargil Vijay Diwas ?
26 जुलाई को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला कारगिल विजय दिवस 1999 में ऑपरेशन विजय की सफलता का स्मरण कराता है।
इस संघर्ष के दौरान, भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के कारगिल सेक्टर में रणनीतिक ठिकानों को सफलतापूर्वक दोबारा प्राप्त किया, जहां पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी।