BJP MP And Actress Kangana Ranaut: भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसानों पर की गई टिप्पणी पर दुख जताया है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा लागू किए तीन कानूनों को वापस लेने की मांग की थी और कहा था कि किसानों को भी खुद इनकी मांग करनी चाहिए। दरअसल, किसानों ने केद्र सरकार द्वारा लाए गए कानूल का लगातार विरोध किया था और विरोध के बाद सरकार ने उसे वापस ले लिया था।
कंगना रनौत ने कहा, “मुझे पता है कि यह विवादों से भरा होगा, लेकिन मुझे लगता है कि निरस्त किए गए कृषि कानूनों को केंद्र सरकार को वापस लेना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए। वे देश के विकास के लिए ताकत के स्तंभ हैं और मैं उनसे अपील करना चाहती हूं कि वे अपने भले के लिए कानूनों को वापस मांगें।”
कंगना के बयान पर भाजपा ने झाड़ा था पल्ला
हालांकि, भाजपा ने कंगना के बयान से पल्ला झाड़ते हुए कहा था कि उनकी टिप्पणियां पार्टी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं और स्पष्ट किया कि टिप्पणियां रनौत का “व्यक्तिगत बयान” है।
पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “कंगना रनौत भाजपा की ओर से इस तरह का बयान देने के लिए जिम्मेदार नहीं हैं और यह कृषि बिलों पर भाजपा के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है।” उन्होंने भाटिया के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “कृषि कानूनों पर मेरे विचार निजी हैं और वे उन विधेयकों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।”
Absolutely, my views on Farmers Laws are personal and they don’t represent party’s stand on those Bills. Thanks. https://t.co/U4byptLYuc
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 24, 2024
उन्होंने एक वीडियो बयान भी जारी कर कहा, “मुझे यह ध्यान रखना होगा कि मैं सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि भाजपा कार्यकर्ता भी हूं। मेरी राय व्यक्तिगत नहीं होनी चाहिए और पार्टी का रुख होना चाहिए। अगर मेरी टिप्पणियों से किसी को निराशा हुई है तो मैं खेद जताती हूं और अपने शब्द वापस लेती हूं।”
Do listen to this, I stand with my party regarding Farmers Law. Jai Hind 🇮🇳 pic.twitter.com/wMcc88nlK2
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 25, 2024
वहीं, रनौत को पिछले महीने किसानों के विरोध पर उनकी टिप्पणियों के लिए भाजपा द्वारा एक बार फटकार लगाई जा चुकी है। अभिनेत्री ने कहा था कि अगर केंद्र द्वारा सख्त कदम नहीं उठाए गए होते तो किसानों के विरोध के दौरान भारत में “बांग्लादेश जैसी स्थिति” पैदा हो जाएगी।
2020 में जब किसानों का विरोध प्रदर्शन जोर पकड़ रहा था, तो उन्होंने कथित तौर पर पंजाब की एक महिला किसान की गलत पहचान की और उसे बिलकिस बानो बता दिया। यह टिप्पणी इस साल जून में फिर सामने आई जब कंगना रनौत को एक महिला सीआईएसएफ अधिकारी ने थप्पड़ मारा था।