पीएम मोदी ने आज गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों की घोषणा कर दी है। यह भारत का पहला ऐसा अंतरिक्ष मिशन होगा जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को कुछ समय के लिए निम्न कक्षा में अंतरिक्ष में ले जाया जाएगा। गगनयान मिशन को 2025 में लॉन्च किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उन चार अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की, जो देश के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन-‘गगनयान’ के लिए ट्रेनिंग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गगनयान मिशन की प्रगति की समीक्षा की और उन चारों अंतरिक्ष यात्रियों के नाम का खुलासा किया जो गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष में जाएंगे और भारत की शान बढ़ाएंगे।
ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला गगनयान मिशन के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्री हैं। अंतरिक्ष यात्रियों के नाम के एलान के बाद पीएम मोदी ने कहा “मैं चाहता हूं कि हर कोई हमारे अंतरिक्ष यात्रियों को खड़े होकर अभिनंदन करें। पीएम मोदी ने आगे कहा हम सभी आज एक ऐतिहासिक सफर के साक्षी बन रहे हैं। अब से कुछ देर पहले देश पहली बार अपने 4 गगनयान यात्रियों से परिचित हुआ। ये सिर्फ 4 नाम और 4 इंसान नहीं हैं, ये 140 करोड़ aspirations को स्पेस में ले जाने वाली 4 शक्तियां हैं। 40 वर्ष के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है। लेकिन इस बार टाइम भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है।”
तिरुवनंतपुरम के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में पीएम मोदी ने कहा “मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि गगनयान में इस्तेमाल किए गए अधिकांश उपकरण भारत में बने हैं। यह कितना बड़ा संयोग है कि जब भारत शीर्ष बनने के लिए उड़ान भर रहा है। दुनिया की 3 अर्थव्यवस्था, साथ ही भारत का गगनयान हमारे अंतरिक्ष क्षेत्र को भी नई ऊंचाई पर ले जाने वाला है।”
पीएम मोदी ने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में चारों को ‘अंतरिक्ष यात्री पंख’ प्रदान किये। इससे पहले पीएम मोदी ने तिरुवनंतपुरम के पास थुंबा में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के दौरे में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की तीन प्रमुख अंतरिक्ष बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गर्व और खुशी है कि गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश पुरजे़ भारत में बने हैं।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान इसरो के गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की समीक्षा भी की। पीएम मोदी ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के साथ वीएसएससी में प्रदर्शित विभिन्न इसरो परियोजनाओं की प्रदर्शनी भी देखी।
पीएम मोदी ने कहा “2035 तक भारत के पास अंतरिक्ष में अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा जो हमें अंतरिक्ष के अज्ञात विस्तार का अध्ययन करने में मदद करेगा। अमृत काल की इस अवधि में, भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में उतरेंगे।”
यह भारत का पहला ऐसा अंतरिक्ष मिशन होगा, जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को कुछ समय के लिए निम्न कक्षा में अंतरिक्ष ले जाया जाएगा। गगनयान मिशन को 2025 में लॉंच किया जाएगा और इसके तहत दो से तीन अंतरिक्ष यात्रियों को 400 किलोमीटर की निम्न कक्षा में अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। दो से तीन दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद उन्हें सुरक्षित वापस हिंद महासागर में समुद्र के भीतर उतारा जाएगा। इसके तहत यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण है और मिशन से जुड़ी कई परीक्षण उड़ानें इस वर्ष पूरी कर ली जाएंगी।