AAP Mass Fast: दिल्ली शराब नीति से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और कार्यकर्ता आज ‘सामूहिक उपवास’ रख रहे हैं। इसके लिए आप के नेता और कार्यकर्ता जंतर-मंतर पर जुटे और लोगों से भी उपवास रखने की अपील की।
आप नेता गोपाल राय ने लोगों से अपने घरों से भी उपवास रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “लोग अपने घरों पर उपवास रख सकते हैं और दिल्ली के मुख्यमंत्री का समर्थन कर सकते हैं।”
मोदी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर ‘आप’
दूसरी ओर, आप के प्रदर्शन के चलते पुलिस भारी भीड़ की तैयारी कर रही है, इसलिए विरोध की लोकेशन की ओर जाने वाली सड़कों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे सेंट्रल दिल्ली के कुछ हिस्सों ट्रैफिक पर असर पड़ सकता है।
इससे पहले आम आदमी पार्टी ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास का ‘घेराव’ करने का आह्वान किया था। तब विरोध प्रदर्शन के दौरान कई AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा पकड़कर दिल्ली के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में ले जाया गया।
बयानबाजियों का दौरान चरम पर
आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा ने केजरीवाल इसलिए अंदर किया है ताकि वे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार ना कर पाएं। भाजपा केजरीवाल से डरी हुई है। आप मंत्री आतिशी का तो ये भी कहना है कि उनको भाजपा में शामिल होने का ऑफर आया था। ऐसा ना होने पर ईडी की कार्रवाई और गिरफ्तारी की धमकी दी गई थी।
फिलहाल केजरीवाल तिहाड़ जेल में हैं। उनको 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में रखा गया है। आप ने कहा है कि दिल्ली सरकार की लीडरशिप में कोई बदलाव नहीं होगा। इस पर भाजपा ने केजरीवाल के जेल से काम करने को एक दिखावा करार दिया है।
केजरीवाल की गिरफ्तारी ने विपक्ष को भी एकजुट होने का एक बड़ा मौका दिया है। इसके चलते इंडिया गठबंधन ने पिछले रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक मेगा रैली की थी। यहां पर भी विपक्ष ने मोदी सरकार पर तानाशाही के आरोप लगाए थे। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर रही है।
21 मार्च को हुई इस गिरफ्तारी में अब तक बहुत कुछ हो चुका है
केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। केजरीवाल ने ईडी के 9 समन का कोई जवाब नहीं दिया था। केंद्रीय एजेंसी ने कोर्ट में आप नेता पर दिल्ली के कथित शराब घोटाला का मुख्य ‘साजिशकर्ता’ होने का आरोप लगाया है।
इस सिलसिले में आप नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह तथा भारत राष्ट्र समिति की नेता के कविता को गिरफ्तार किया गया है। ईडी का मानना है कि इस पॉलिसी के जरिए लाभ हासिल करने वालों को काई हाई मार्जिन दिया गया था। जिसके बदले में मिले रिश्वत के पैसे का इस्तेमाल आप ने गोवा के चुनाव अभियान में किया था।
विपक्षी नेताओं ने आरोपों से इनकार किया है और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए ईडी और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।