गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) शिखर सम्मेलन के मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कंपाला में मिस्र और बेलारूस के समकक्षों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान जयशंकर और उनके बेलारूसी समकक्ष सर्गेई एलेनिक ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत और बेलारूस के बीच सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
दोनों नेताओं ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष से जुड़े घटनाक्रम पर बात की। जयशंकर ने एलेनिक के साथ हुई बैठक की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से दी। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया “बेलारूस के विदेश मंत्री सर्गेई एलेनिक के साथ एक उपयोगी बैठक। विभिन्न क्षेत्रों में भारत-बेलारूस सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया। साथ ही यूक्रेन संघर्ष से संबंधित घटनाक्रम पर भी चर्चा की।‘’
A useful meeting with Belarusian FM Sergei Aleinik.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 18, 2024
Exchanged views on 🇮🇳-🇧🇾 cooperation in various fields. Also discussed developments pertaining to the Ukraine conflict. pic.twitter.com/SyIYrLSk19
दोनों नेताओं ने गाज़ा में चल रहे संघर्ष पर उनके आकलन की सराहना की। बैठक के दौरान जयशंकर और समेह शौकरी ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग की निरंतर प्रगति पर ध्यान दिया। जयशंकर ने एक्स पर पोस्य करते हुए कहा “मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी से मिलकर खुशी हुई। गाज़ा में चल रहे संघर्ष पर उनके मूल्यांकन और अंतर्दृष्टि की सराहना करते हैं। हमने 2023 में हमारे नेताओं की यात्राओं के आदान-प्रदान के बाद हमारे द्विपक्षीय सहयोग की निरंतर प्रगति पर भी ध्यान दिया।”
Delighted to meet Egyptian FM Sameh Shoukry.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 18, 2024
Appreciate his assessment and insights on the ongoing conflict in Gaza.
We also noted the continued progress of our bilateral cooperation following the exchange of visits of our leaders in 2023. pic.twitter.com/OyTXOTpbzi
कंपाला में जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर से भी मुलाकात की और दोनों मंत्रियों ने भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी पर चल रही उच्च स्तरीय चर्चा पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने मालदीव में चल रही विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने और सार्क और एनएएम के भीतर सहयोग पर भी चर्चा की।
Met Maldives FM @MoosaZameer today in Kampala.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 18, 2024
A frank conversation on 🇮🇳-🇲🇻 ties. Also discussed NAM related issues. pic.twitter.com/P7ResFlCaK
एस जयशंकर ने अंगोला के विदेश मंत्री टेटे एंटोनियो से मुलाकात की और भारत और अंगोला के बीच सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ व्यापक भारत-अफ्रीका सहयोग पर चर्चा की। जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा “अंगोलन एफएम @amb_tete के साथ अच्छी बैठक हुई। भारत-अंगोला और भारत-अफ्रीका सहयोग के विस्तार पर चर्चा हुई। बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग के बारे में भी बात की। भारतीय नागरिकों के लिए वीजा-मुक्त व्यवस्था का विस्तार करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।”
Good meeting with Angolan FM @amb_tete.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 18, 2024
Discussed the expanding 🇮🇳-🇦🇴 and India-Africa cooperation. Also spoke about cooperation in multilateral fora.
Thanked him for extending visa-free arrangement for Indian nationals. pic.twitter.com/emrw4TN0lO
विदेश मंत्री एस जयशंकर 19 जनवरी से शुरू होने वाले गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) के दो दिवसीय 19वें शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए गुरुवार को कंपाला पहुंचे। शिखर सम्मेलन से पहले मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी स्तर पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
विदेश मंत्री जयशंकर ने एनएएम शिखर सम्मेलन से पहले एक्स पर एक पोस्ट में कहा “19वें एनएएम शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए कंपाला पहुंचे। आने वाले दो दिनों में सहयोगियों के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक हूं।”
Arrived in Kampala to represent India at the 19th NAM Summit.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 18, 2024
Looking forward to engaging colleagues over the coming two days. pic.twitter.com/WvIjctyxwL
विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह NAM विदेश मंत्री की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस बीच विदेश मंत्रालय के अनुसार विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन जी-77 तीसरे दक्षिण शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो 21-22 जनवरी को कंपाला में आयोजित किया जाएगा।
युगांडा के नेतृत्व में 19वां एनएएम शिखर सम्मेलन ‘साझा वैश्विक समृद्धि के लिए सहयोग को गहरा करना’ विषय के तहत आयोजित किया जा रहा है और यह 120 से अधिक विकासशील देशों को महत्वपूर्ण ऐतिहासिक महत्व के मंच पर एक साथ लाता है। भारत NAM के लिए युगांडा की थीम का पूरे दिल से समर्थन करता है और NAM देशों के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार एनएएम के अग्रणी और संस्थापक सदस्यों में से एक के रूप में भारत आंदोलन के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध है। युगांडा की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद जयशंकर 21-23 जनवरी तक आधिकारिक यात्रा पर नाइजीरिया की यात्रा करेंगे। विदेश मंत्री अपने समकक्ष के साथ छठी भारत-नाइजीरिया संयुक्त आयोग बैठक (जेसीएम) की सह-अध्यक्षता करेंगे और अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्री नाइजीरिया-भारत बिजनेस काउंसिल की बैठक के तीसरे संस्करण का भी उद्घाटन करेंगे, नाइजीरियाई इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स में भाषण देंगे, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे और महात्मा गांधी की प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे। वह भारतीय मिशन प्रमुखों के क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे।