बताइए जिस बेटे के लिए मां ने क्या क्या नहीं किया होगा. अपना सब कुछ बेटे की पढ़ाई और उसके अच्छे भविष्य के लिए लगा दिया होगा. उसी बेटे ने बुढ़ापा का सहारा बनना तो दूर ये खबर भी नहीं ली कि उसकी मां जिंदा भी है या नहीं. अपने बेटे और पति से अलग रह रही अमिया कुमार सिंहा जिनकी उम्र करीब 70 साल होगी, का शव बुरी हालत में उनके ग्रेटर नोएडा स्थित घर से बरामद हुआ. बताया जा रहा है कि इस महिला को अपने बेटे और बहू से बात किए हुए करीब चार महीने हो गए थे, अब हाल ही में फोन नहीं लगने पर बेटे और बहू, ग्रेटर नोएडा के बीटा-1 वाले घर में पहुंचे. इनके बेटे ने घर में शव देखने के बाद पुलिस को सूचना दी. बताया जा रहा है कि इस महिला और बेटे के बीच में संबंध भी सामान्य नहीं थे.
पुलिस ने 70 साल की इस महिला कि मौत करीब 20 दिन पहले होने की आशंका जताई है. इस महिला का शव सड़ा हुआ मिला था, शव काला भी पड़ा हुआ था. अमिया कुमारी सिंहा बिहार के स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर थी. इनका बेटा प्रणव रंजन सिंहा गाजियाबाद के वैशाली में रहता है. इनके बेटे ने बताया कि जब कई बार फोन नहीं मिला तो ये ग्रेटर नोएडा वाले घर पहुंचे लेकिन खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो किसी अनहोनी की आशंका के साथ दरवाजा तोड़ना पड़ा. प्रणव सिंहा जब दरवाजा तोड़कर घर के अंदर पहुंचा तो देखा कि मां का शव अंदर पड़ा है. तब प्रणव ने 112 नंबर पर कॉल की. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल की. पुलिस ने मृतक अमिया सिंहा का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है. पुलिस मोबाइल फोन को जांचने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेगी.
पुलिस इस मामले में हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है. हालांकि पुलिस मान रही है कि स्वाभाविक मौत की संभावना ज्यादा है लेकिन पोस्टमार्टम और फोन की जांच के बाद ही सब कुछ साफ – साफ हो पायेगा. हर मां – बाप ये सोचते हैं कि उनका बच्चा बड़ा होकर एक बड़ा अधिकारी या सक्षम आदमी बने, इसके लिए मां – बाप अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं लेकिन जब बच्चे कामयाब हो जाते हैं तो मां – बाप की सेवा करने के बजाय दूरियां बढ़ाने लगते है. जबकि मां बाप को बच्चों की सबसे ज्यादा जरूरत बुढ़ापे में ही होती है. इस तरह की कई घटनाएं देश में हो चुकी है. आपका बड़ा अधिकारी या सक्षम बनने से कहीं ज्यादा जरूरी है आपका अच्छा इंसान बनना, क्योंकि अगर आप अच्छे इंसान नहीं बनेंगे तो इस तरह की घटनाएं सामने आती ही रहेंगी.