Covishield Vaccine Side Effect: जब से ब्रिटेन की कंपनी ऑक्सफोर्स एस्ट्राजेनेका ने हाईकोर्ट में यह कबूला है कि भारत में कोविशील्ड के नाम से बेची जाने वाली उसके वैक्सीन के साइड इफेक्ट खून के थक्के जमने के रूप में दिखाई दे रहे हैं, लोगों में डर का माहौल छा गया है। लोग भयभीत हो गए हैं। कोरोना महामारी के समय भारत में करोड़ों लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। केवल कोविशील्ड ही नहीं, अन्य वैक्सीनों में भी साइड इफेक्ट होते हैं।
‘डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है’
आइसीएमआर के साइंटिस्ट डॉक्टर समीरना पांडा ने कहा कि लोगों को बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है। साइंटिस्ट इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि एस्ट्राजेनेका ने हाईकोर्ट में कहा है कि जिन्होंने वैक्सीन लगवाई है, उनके खून के थक्के जम रहे हैं। यह अमूमन सभी वैक्सीन में होता है। इसलिए इससे डरने की जरूरत नहीं है।
Covid Vaccine Facts
— Gary Pike @pikewala.bsky.social 🦋🇺🇦🇮🇳 (@PikeWala) April 30, 2024
🚨Astrazeneca vaccine, side effects (blood clot, heart attack) come in Very Rare category(73 dead in 2.5 crore vaccinated)
🚨Risk of blood clots is far greater from coronavirus than the vaccine
🚨Serum India made this Astrazeneca vaccine in India as Covishield pic.twitter.com/lcVkhaCnxx
‘हार्ट अटैक से वैक्सीन के साइड इफेक्ट का कोई लेना-देना नहीं‘
समीरना पांडा ने हार्ट अटैक से वैक्सीन के साइड इफेक्ट का कोई लेना-देना नहीं है। रिसर्च में भी यह बात सिद्ध हो चुकी है। वहीं, अगर बात खून के थक्के जमने की है तो इस पर रिसर्च चल रही है। साइंटिस्टों को पता है कि कोई भी वैक्सीन हो, उसका साइड इफेक्ट जरूर होता है।
‘वैक्सीन पर कभी शक नहीं था’
पांडा का मानना है कि कोविशील्ड को पूरी दुनिया ने लगवाया है। लोगों को लगाने से पहले इसका बाकायदा क्लिनिकल ट्रायल किया गया था। इसलिए वैक्सीन पर न पहले कोई शक था, न अब है।