Enforcement Directorate (ED) ने दिल्ली जल बोर्ड मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में आज अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया था। इस समन के मुताबिक, आज केजरीवाल को पूछताछ में शामिल होना था। लेकिन आज केजरीवाल पूछताछ में शामिल नहीं हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से बयान जारी करके कहा गया है कि ये समन गैरकानूनी है। इस साल फरवरी महीने में ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड के टेंडर में नियम का उल्लंघन की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में एक सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, जगदीश कुमार अरोड़ा और एक ठेकेदार, अनिल कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया था।
ईडी दो अलग-अलग मामलों की कर रही हैं जांच
ईडी दिल्ली जल बोर्ड की निविदा प्रक्रिया में नियम का उल्लंघन के दो अलग-अलग मामलों की जांच कर रहा है। सीबीआई की एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने एनबीसीसी लिमिटेड के अधिकारियों की मिलीभगत से इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक फ्लो मीटर की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग के लिए कंपनी को टेंडर देते समय एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को अनुचित लाभ दिया गया।
दूसरा आरोप नवंबर 2022 की एसीबी शिकायत से संबंधित है, जहां यह कहा गया था कि दिल्ली जल बोर्ड ने उपभोक्ताओं को बिल भुगतान में सुविधा प्रदान करने के लिए अपने विभिन्न कार्यालयों में ऑटोमोटिव बिल भुगतान संग्रह मशीनें स्थापित करने के लिए एक टेंडर प्रदान किया गया था।
यह ‘आप’ पर दूसरा रिश्वत लेने का आरोप लगा है। इससे पहले ईडी दिल्ली शराब घोटाला केस में भी अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है। ईडी ने दावा किया था कि 2021-22 की आबकारी नीति से अर्जित धन का पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए उपयोग किया था।
ईडी द्वारा दर्ज शिकायतों के मामले में केजरीवाल को 15,000 रुपये के जमानत बांड पर जमानत दी गई थी। अभी वह जमानत पर हैं। अदालत ने अरविंद केजरीवाल को ईडी के समन का जवाब देने और कानून का पालन करने को कहा है। अदालत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को निर्देश दिया कि संविधान की शपथ लेने वाले व्यक्ति के लिए कानून का पालन करना जरूरी है।
केजरीवाल को अब ईडी द्वारा जारी किए गए पिछले आठ समन को अरविंद केजरीवाल दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में शामिल नहीं हुए थे।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “जांच एजेंसी से भागने वाले केजरीवाल ने इतने भ्रष्टाचार किए हैं कि उनके पास सम्मान नहीं बचा है सिर्फ समन बचा है, तो उन्हें समन का जवाब तो देना चाहिए। सभी जानते हैं कि जल बोर्ड का घोटाला शराब घोटाले से भी बड़ा है।