दो दशक के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब अमेठी लोकसभा सीट (Amethi Lok Sabha seat) से नेहरू-गांधी परिवार की जगह कांग्रेस (congrss) के टिकट पर कोई और चुनाव लड़ने जा रहा है। बरसों से नेहरू-गांधी परिवार का लॉन्चिंग पैड रही अमेठी सीट (amethi) से इस बार बीजेपी की दिग्गज नेता स्मृति ईरानी (Smriti Irani) के सामने कांग्रेस ने एलके शर्मा पर दांव लगाया है। क्योंकि दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार के डर से गांधी परिवार का कोई सदस्य अमेठी सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहता, जबकि ये सीट हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रही है। यहीं से संजय गांधी (sanjay gandhi )ने अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत की थी। इसी सीट की वजह से पीएम रहते हुए इंदिरा गांधी (indira gandhi) ने अपनी बहू मेनका को घर से निकाल दिया था, लेकिन दिलचस्प बात ये है कि 5 दशक से जो सीट गांधी परिवार के लोगों के लिए लॉन्चिंग पैड का काम करती रही है। एक ही हार के बाद उस सीट से गांधी परिवार का मोह भंग हो गया है। 2019 में राहुल गांधी (rahul gandhi) यहां से चुनाव क्या हारे, सीधे वायनाड चले गए। अब वापस लौटे तो राय बरेली से पर्चा भर दिया।