Asaram Bapu: रेप के आरोपी आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने इलाज के लिए सात दिन की पैरोल दी है। इस कारण पीड़िता के परिवार वाले बहुत डरे हुए हैं। पीड़िता के परिवार वालों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। पीड़िता और उसका परिवार शाहजहांपुर में रहता है। परिवार की सुरक्षा के लिए अभी एक गनर और तीन पुलिसकर्मी तैनात हैं।
पीड़िता के परिवार को हो रहा खतरा महसूस
पीड़िता के पिता ने बताया कि जब आसाराम जेल में था, तब आसाराम ने दो गवाहों कृपाल सिंह की 2015 में शाहजहांपुर में गोली मारकर हत्या करा दी थी। एक अन्य गवाह की मुजफ्फरनगर में हत्या की गयी थी।
आसाराम के जेल में रहने पर भी मेरे परिवार को आसाराम के अनुयायी धमकी भरे पत्र भेजकर धमका रहे थे। साथ ही उनके परिवार वालों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी। अब तो वो जेल से बाहर ही आ गया है, जिस कारण हमारे परिवार को और भी ज्यादा खतरा महसूस हो रहा है। हमारी परेशानी और बढ़ गयी है।
सही से डयूटी नहीं करते हैं सुरक्षाकर्मी
वहीं, पीड़िता के पिता ने यह भी बताया कि जिन सुरक्षाकर्मियों की डयूटी मेरे घर पर लगाई गई है, वे सही से डयूटी नहीं करते हैं। सुबह 11 बजे आते हैं और शाम 6 बजे चले जाते हैं। इस बीच भी ये डयूटी सही से नहीं करते हैं।
पीड़िता के पिता ने बताया कि कागजों में पूरी पुलिस गारद की डयूटी लगाई गई है, लेकिन घर पर तैनात रहने वाले गार्ड सही ढंग से डयूटी नहीं करते हैं। पीड़िता के पिता ने एसपी अशोक मीणा से सुरक्षा बढ़ाने की बात की है।
Sabarmati Express Derailed: बनारस से अहमदाबाद जा रही
एसपी अशोक मीणा ने बताया कि पीड़िता के परिवार की सुरक्षा के लिए उनके घर पहले से ही सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इसके साथ ही पीड़िता के पिता की मांग पर पुलिस प्रशासन की ओर से एक गनर मुहैया कराया गया है। अगर जरूरत पड़ी तो सुरक्षा के इंतजाम और बढ़ा दिए जाएंगे।
क्या है पूरा मामला
2013 में आसाराम (Asaram Bapu) पर शाहजहांपुर की नाबालिग पीड़िता ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसके बाद 2018 में 25 अप्रैल को जोधपुर की विशेष POCSO कोर्ट ने आसाराम को नाबालिग के साथ रेप का दोषी बताया और उम्रकैद की सजा सुनाई।
बता दें, 2 सितंबर 2013 से ही आसाराम जेल में है। दो साल पहले ही गुजरात की एक अदालत ने सूरत आश्रम की एक महिला अनुयायी के साथ कई मौकों पर रेप करने का आरोपी माना था।
सपा नेता नवाब सिंह का जेल में लिया गया DNA सैंपल, आज होगी सुनवाई
हाल ही में आसाराम ने अपने इलाज के लिए पैरोल की मांग की थी, जिसके बाद 13 अगस्त को जोधपुर कोर्ट ने आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में इलाज के लिए सात दिन के पैरोल पर मंजूरी दे दी है। आसाराम 11 साल बाद ही जेल से बाहर आया है। आसाराम 4 दिन से जोधपुर एम्स में भर्ती है।