दिल्ली: ईडी ने सीबीआई की FIR का संज्ञान लेने के बाद पिछले अगस्त में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। के कविता को साउथ लिकर लॉबी का हिस्सा माना जाता है। के कविता से पूछताछ ऐसे समय में हो रही है जब ईडी दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और के कविता के कथित बिजनेस पार्टनर अरुण रामचंद्र पिल्लई को हिरासत में ले चुका है। अरुण रामचंद्र पिल्लई ने अब दावा किया है कि वह अपने बयान से मुकरना चाहते हैं जो नवंबर-दिसंबर 2022 के बीच ईडी ने दर्ज किया था।
क्या होगा आज?
-के कविता को इंडोस्पिरिट्स के बैंक स्टेटमेंट और शेयरों के दस्तावेजों के साथ सामना कराया जा सकता है।
–दिल्ली हैदराबाद में हुई बैठकों के बारे में पूछताछ होगी।
-फोटोकॉपी ड्राफ्ट एक्साइज पॉलिसी के बारे में पूछताछ होगी।
–कुछ आरोपियों के फोन में ड्राफ्ट एक्साइज पॉलिसी कैसे थी।
–गिरफ्तार आरोपियों के बयान से सामना कराया जाएगा।
ईडी ने अपनी अभियोजन शिकायत में आरोप लगाया है कि कैसे कविता ने अपने सहयोगी अरुण रामचंद्र पिल्लई के माध्यम से शराब निर्माता इंडोस्पिरिट्स के शेयरों को चोरी-छिपे खरीदा था। के कविता ने कथित तौर पर इंडोस्पिरिट्स के 65% शेयरों को नियंत्रित किया। बाद में इंडोस्पिरिट्स ने रिटेल कारोबार में एंट्री की और इस तरह दक्षिण समूह ने 32 में से 9 खुदरा रिटेल जोन को नियंत्रित किया। ईडी ने अदालत में कई बार कहा कि सिसोदिया ने प्रॉफिट मार्जिन को 5% से बढ़ाकर 12% करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बैकग्राउंड
इससे पहले के कविता से सीबीआई इसी आबकारी घोटाले में पूछताछ कर चुकी है। ये पूछताछ हैदराबाद में उनके आवास पर पिछले साल दिसंबर महीने के हुई थी। इस मामले में CBI ने के. कविता के पूर्व ऑडिटर बुच्ची बाबू को गिरफ्तार किया था।
आरोप है कि कतिथ शराब नीति में साउथ ग्रुप (यानी दक्षिणी भारत के शराब कारोबारियो) की एंट्री में के. कविता का भी रोल था। इनके अलावा इस साउथ ग्रुप के बाकि सदस्य थे अभिषेक बोइनपल्ली, पी सरथ रेड्डी, बेनोय बाबू, मुगन्ता एस रेड्डी का बेटा राघव रेड्डी। मनीष सिसोदिया की रिमांड कॉपी में के कविता के रोल को भी बताया गया है। जिसके मुताबिक
–साउथ लॉबी में सरथ रेड्डी, मगुंता रेड्डी, राघव मगुनता और के कविता थे जिन्हें अरुण पिल्लई, अभिषेक बोनिपल्ली और बुच्ची बाबू रिप्रेजेंट कर रहे थे। जिसके बाद नई पालिसी में होलसेलर के मार्जिन को 6 परसेंट से 12 परसेंट कर दिया गया और रिटेलर को 185% मार्जिन के साथ नई आबकारी नीति को लाया गया।
–12 परसेंट में से 6 परसेंट पैसा काले धन के रूप में आम आदमी पार्टी के नेताओ तक जाना तय किया गया जिसके लिए साउथ ग्रुप ने 100 करोड़ रुपये एडवांस किकबैक विजय नायर को दिए।
–विजय नायर ही आम आदमी पार्टी की तरफ से सब कुछ संभाल रहा था।
–इसके बदले में साथ ही समीर महेन्द्रू की indo spirit में साउथ लॉबी को 65 परसेंट हिस्सेदारी दे दी गयी। indo spirit पर होल सेल की ज़िम्मेदारी थी।
–इंडो स्प्रिट के जरिये इन सभी को शराब के मैन्युफैक्चरर होने के बावजूद रिटेल बिज़नेस में एंट्री मिली।
आरोप है कि के. कविता साउथ के उसी ग्रुप का हिस्सा थी जिसने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दिनेश अरोड़ा के जरिये विजय नायर को दी थी।