भारत अपने विकास में एक अहम कदम उठाने जा रहा है। ये कदम है बेहद अहम खनिजों की नीलामी का। जनवरी में होने वाली इस नीलामी से देश के खजाने में मोटा पैसा आएगा। इसकी नीलामी प्रक्रिया 29 नवंबर से शुरु हो गई है। जिन खनिजों की बोली लगाई जा रही है वो किसी भी देश के भविष्य के लिए बेहद अहम है। भारत ने पहले देश में ऐसे खनिज के भंडार खोजे जो भविष्य की दृष्टि से बेहद अहम हैं। इसमे लीथियम, टाइटेनियम, क्रोमियम और ग्रेफाइट जैसे अहम खनिज हैं। पूरी दुनिया में लीथियम की मांग बैटरी बनाने के लिए की जा रही है। भारत ने हाल में ही लीथियम का बड़ा भंडार जम्मू-कश्मीर में खोजा था। अब खनन मंत्रालय ने महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों की पहली किस्त की नीलामी शुरू कर दी है। पहली किस्त में देशभर में फैले महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के 20 ब्लॉकों की नीलामी की जा रही है। यह एक ऐतिहासिक पहल है जो हमारी अर्थव्यवस्था को तो बढ़ावा देगी ही, राष्ट्रीय सुरक्षा को भी बढ़ाएगी। भारत सरकार की देश के साथ-साथ विदेशों में भी महत्वपूर्ण खनिजों की खानों पर नजर है। भारत, अर्जेंटीना में कुछ लिथियम ब्लॉकों का ठेका लेने के आखिरी चरण में है। चिली सरकार के साथ भी लिथियम ब्लॉक ठेके पर लेने की बातचीत चल रही है। सरकार को उम्मीद है कि इन खानों की नीलामी के बाद ना केवल केन्द्र सरकार बलकि राज्य सरकारों को भी मोटा पैसा मिलेगा जिसका इस्तेमाल वो राज्य के विकास में कर सकेंगे।