7 अक्टूबर को इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार मिस्र द्वारा राफा क्रॉसिंग खोलने के बाद बड़ी संख्या में विदेशी पासपोर्ट धारकों ने बुधवार को युद्धग्रस्त गाज़ा छोड़ना शुरू कर दिया। मिस्र के साथ गाजा की दक्षिणी सीमा पर राफा के माध्यम से कितने लोग निकलने में कामयाब रहे यह स्पष्ट नही हो पाया लेकिन घटनास्थल के लाइव फुटेज में लोगों की भीड़ को टर्मिनल के फि़लिस्तीनी हिस्से में प्रवेश करते हुए दिखाया गया है। हालाँकि अत्यंत आवश्यक सहायता के 200 से अधिक ट्रक मिस्र से गाज़ा में प्रवेश कर चुके हैं लेकिन किसी भी व्यक्ति को प्रभावित क्षेत्र से भागने की अनुमति नहीं दी गई है। लगभग 400 विदेशियों और दोहरे नागरिकों के बुधवार को सीमा पार करने की उम्मीद है।
विदेशी सरकारों का कहना है कि 44 देशों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र निकायों सहित 28 एजेंसियों के पासपोर्ट धारक गाज़ा पट्टी में रह रहे हैं। जहां 7 अक्टूबर के हमास हमलों के जवाब में 2.4 मिलियन लोगों ने तीन सप्ताह से अधिक समय तक लगातार इजराइली बमबारी को सहन किया है।
हमलों के जवाब में लगभग पूर्ण इजराइली नाकेबंदी के बाद छोटे तटीय क्षेत्र को भोजन, पानी और बिजली की “भयावह” कमी का सामना करना पड़ा है। जो कि इजराइल के इतिहास में सबसे खराब हमला था जिसमें 1,400 लोग मारे गए थे।
हमास द्वारा संचालित गाज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बमबारी में 8,500 से अधिक लोग मारे गए हैं जिनमें से दो-तिहाई महिलाएं और बच्चे हैं।
मिस्र ने कहा कि 81 गंभीर रूप से बीमार या घायल फि़लिस्तीनियों के पहले समूह को बुधवार को चिकित्सा उपचार के लिए मिस्र में अनुमति दी जाएगी। फ़िलिस्तीनी सूत्रों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 88 लोगों को मिस्र के अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया जाएगा।
क्रॉसिंग खोलने का निर्णय गाज़ा में सबसे बड़े शरणार्थी शिविर पर इजराइली हमले के कुछ घंटों बाद आया। जहां स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 50 लोग मारे गए थे। मिस्र ने मंगलवार को विदेश मंत्रालय के एक बयान में जबालिया शिविर पर हमले की “कड़े शब्दों में” निंदा की और “रक्षाहीन नागरिकों को निशाना बनाने वाले इन अंधाधुंध हमलों के जारी रहने के परिणामों” के खिलाफ चेतावनी दी।