Arvind Kejriwal on Delhi Election Result: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जनादेश स्वीकार किया और भाजपा को उनकी जीत पर बधाई दी। केजरीवाल ने एक वीडियो संबोधन में कहा, “हम लोगों के जनादेश को बहुत विनम्रता से स्वीकार करते हैं। मैं भाजपा को इस जीत के लिए बधाई देता हूं और मुझे उम्मीद है कि वे उन सभी वादों को पूरा करेंगे, जिनके लिए लोगों ने उन्हें वोट दिया है।”
आम आदमी पार्टी के कार्यों पर प्रकाश
केजरीवाल ने पिछले एक दशक में स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोगों की सेवा करते हुए विपक्ष में “रचनात्मक भूमिका” निभाएगी।
भाजपा की जीत
भारतीय जनता पार्टी 27 साल बाद दिल्ली में सरकार बनाने के लिए तैयार है। भारतीय चुनाव आयोग के नवीनतम अपडेट के अनुसार, भाजपा 47 सीटों पर आगे है, 15 जीत चुकी है और 32 पर आगे चल रही है।
दिल्ली में केजरीवाल की खिचड़ी बनती उससे पहले ही कांग्रेस ने उनकी हांडी में लात मार दी। आतिशी और गोपाल राय को छोड़ दें तो केजरीवाल सहित आम आदमी के तमाम स्टार नेता औंधे मुंह गिरे हैं। आंकड़ों को देखें तो ये साफ हो जाता है कि कांग्रेस ने दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन वापस तो नहीं ली लेकिन उतना वोट जरूर ले लिया जिससे आम आदमी पार्टी को हरवाया जा सके।
उदाहरण के तौर पर नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल करीब 4000 वोट से हारे। जबकि इसी सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित को 4500 से अधिक वोट मिले। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ तो और भी बुरा हुआ। पटपड़गंज सीट छोड़कर जंगपुरा विधानसभा से चुनाव लड़ने गए। सिसोदिया यहां से करीब 650 वोटों से चुनाव हार गए, जबकि इस सीट पर कांग्रेस के फरहाद सूरी को करीब 7500 वोट मिले।
वहीं, ग्रेटर कैलाश से सौरभ भारद्वाज करीब 3200 वोटों से चुनाव हारे। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को करीब 6500 वोट मिले। मालवीय नगर से सोमनाथ भारती करीब 2000 वोट से चुनाव हारे तो यहां कांग्रेस के जीतेंद्र जीतू को करीब 6500 वोट मिले।