पाकिस्तान से मुरादाबाद पहुंची लड़की के मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। मुरादाबाद की जीआरपी पुलिस ने जब हया-बी नाम बताने वाली नाबालिग लड़की से सख्ती से जब पूछताछ की गई तो खुलासा हुआ कि वो पाकिस्तान की नहीं बल्कि यूपी के मेरठ की ही रहने वाली है । उसका नाम भी हया-बी नहीं बल्कि बुशरा है। जिसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं है।
एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई जिसने ना सिर्फ मुरादाबाद की लोकल पुलिस बल्कि खुफिया विभाग के भी होश उड़ा दिए। बुशरा नाम की इस लड़की को मुरादाबाद के एक सामाजिक संगठन के युवक निखिल ने काठगोदाम एक्सप्रेस में देखा था। युवक के नाम पूछने पर लड़की ने अपना नाम हया-बी बताया था और कहा था कि वो पाकिस्तान से यहां अपनी दोस्त से मिलने आई है जो कि दिल्ली में रहती है। साथ ही लड़की ने निखिल शर्मा को बताया कि उसका बैग चोरी हो गया है और उसी में उसका पासपोर्ट वीजा समेत उसकी दिल्ली वाली सहेली का नंबर था। लड़की बार-बार खुद को पाकिस्तानी नागरिक बता रही थी. लड़की की कहानी सुनकर निखिल शर्मा को उसपर तरस आया तो वो उसे मुरादाबाद चाइल्ड लाइन लेकर पहुंचे. क्य़ोंकि मामला पाकिस्तानी लड़की का था इसलिए चाइल्ड लाइन वालों ने मामले से साफ कन्नी काट ली. जिसके बाद समाज सेवी निखिल शर्मा उसे लेकर मुरादाबाद जीआरपी के पास पहुंचा. जहां उसकी कुछ पुलिसवालों के साथ उसकी गहमा गहमी भी हो गई। जिसके बाद ताव में आकर निखिल शर्मा को सलमान की फिल्म बजरंगी भाईजान याद आई और उसने मुन्नी उर्फ हया-बी तो पाकिस्तान उसके घर छोड़ कर आने की ठान ली।
मामला सामने आने के बाद मुरादाबाद शहर में ठीक वैसा ही माहौल बन गया था जैसा सीमा हैदर के आने के बाद नोएडा के रब्बूपुरा गांव में बना था। पुलिसवालों की हालत ऐसी थी कि काटो तो खून नहीं।
जनाब से जवाब देते नहीं बन रहा. भई मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा जो था। लेकिन शाम ढलते-ढलते एक ऐसी खबर सामने आई जिससे ना सिर्फ इन दारोगा जी ने बल्कि देश की बड़ी सुरक्षा एजेंसियों ने भी राहत की सांस ली होगी। जब जीआरपी पुलिस ने गहराई से लड़की से पूछताछ की तो पता चला कि वो मेरठ के गुट्टी बाजार की रहने वाली है और मानसिक रूप से भी कमजोर है।
जीआरपी मुरादाबाद के बड़े पुलिस अधिकारी ने ये साफ कर दिया कि ये लड़की ना तो पाकिस्तान से आई है और ना ही किसी तरह की कोई घबराने की बात है। 17 साल की बुशरा वाकई मेरठ की रहने वाली है और उसके परिजनों ने इस बाद की तस्दीक़ भी कर दी है। मुरादाबाद की जीआरपी पुलिस ना तो पाकिस्तान गई और ही उसने कोई सरहद पार की। फिर भी उन्होने एक मुन्नी को अपने परिवार से मिलवा दिया औऱ अब मुन्नी यानि की मेरठ की बुशरा अपने परिजनों के साथ वापस अपने घर लौट गई है। पुलिस के बयान में ये भी साफ हो गया है कि उन्होने निखिल के खिलाफ भी कोई केस नहीं बनाया है। उसने समझदारी से काम लिया और लड़की को लेकर सीधा पुलिस थाने पहुंचा। लेकिन अगर निखिल ऐसा नहीं करता और खुद से कोई जोखिम भरा कदम उठा लेता तो क्या होता।