इजरायल ने शुक्रवार रात गाज़ा पर हवाई हमले किये। जिसके कारण गाज़ा पट्टी में इंटरनेट और फोन सेवाएं ध्वस्त हो गईं और 2.3 मिलियन लोगों का एक-दूसरे से और बाहरी दुनिया से संपर्क टूट गया है। इजरायली सेना ने कहा कि वह गाज़ा में ”बड़े पैमाने पर” गोलीबारी करते हुए पैदल सेना बख्तरबंद वाहनों के साथ जमीनी ऑपरेशन का विस्तार कर रही है।
हफ्तों पहले अधिकांश क्षेत्र में बिजली काट दिए जाने के बाद पहले से ही अंधेरे में डूबे फलिस्तीनियों को अब फोन-इंटरनेट सेवाएं बंद कर और अलग-थलग कर दिया गया है वे घरों और आश्रय स्थलों में छिप गए हैं। भोजन और पानी की आपूर्ति खत्म हो गई है। फलस्तीन दूरसंचार कंपनी Paltel ने बताया कि बमबारी के कारण सभी संचार और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बाधित हैं।
ब्लैकआउट के कारण नए हवाई हमलों से हताहतों की संख्या के बारे में तुरंत पता नहीं चल सका। रेड क्रिसेंट ने कहा कि वह अपनी चिकित्सा टीमों तक नहीं पहुंच सकता है और लोग अब एम्बुलेंस को कॉल नहीं कर सकते हैं जिसका अर्थ है कि बचाव दल को हमलों में घायल लोगों को खोजने के लिए विस्फोटों की आवाज का पीछा करना होगा। अंतर्राष्ट्रीय सहायता समूहों ने कहा कि वे सैटेलाइट फोन का उपयोग करके केवल कुछ कर्मचारियों तक ही पहुंच पाए हैं।
हमास के एरियल एरे हेड असेम अबू रकाबा रातभर हुए इजरायली हवाई हमले में मारा गया। इजराइल रक्षा बलों ने कहा कि रकाबा हमास के यूएवी, ड्रोन, पैराग्लाइडर, हवाई पहचान और रक्षा के लिए जिम्मेदार था। आईडीएफ ने एक्स पर कहा उन्होंने 7 अक्टूबर की योजना में भाग लिया और उन आतंकवादियों की कमान संभाली जिन्होंने पैराग्लाइडर पर इजरायल में घुसपैठ की और आईडीएफ चौकियों पर ड्रोन हमलों के लिए जिम्मेदार थे।
गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गाज़ा में फलस्तीनियों की मौत का आंकड़ा 7300 से अधिक हो गया है। जिनमें से 60% से अधिक नाबालिग और महिलाएं हैं। गाज़ा पर नाकाबंदी से जरूरी चीजें नहीं पहुंच पा रही हैं और संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि सैकड़ों हजारों लोगों की मदद करने वाला उसका सहायता अभियान लगभग ख़त्म होते ईंधन के बीच ‘ढह रहा’ है। गाज़ा में लगभग 14 लाख लोग अपना घर छोड़कर विस्थापन झेलने को मजबूर हैं। इनमें से लगभग आधे लोगों ने संयुक्त राष्ट्र के आश्रय स्थलों में शरण ले रखा है जो लोग बचे हैं उन्हें हमास का ‘सहयोगी’ माना जा सकता है।
इजरायल ने आज कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने हमास के खिलाफ युद्ध में रेड के दौरान उत्तरी गाज़ा में 150 अंडरग्राउंड टारगेट पर हमला किया। एक सैन्य बयान में कहा गया कि जिन स्थानों पर हमला किया गया उनमें आतंकवादी सुरंगें भूमिगत युद्ध स्थान और अतिरिक्त भूमिगत बुनियादी ढांचे शामिल थे। इसके अलावा कई हमास आतंकवादी भी मारे गए थे।