इजरायल-हमास के बीच भीषण जंग जारी है। इजरायल और आतंकी संगठन हमास के युद्ध का प्रभाव विश्व के अन्य देशों पर भी पड़ रहा है। फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के साथ इजराइल के बढ़ते संघर्ष के बीच दो नवजातों सहित 235 भारतीय नागरिकों का दूसरा जत्था इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंच गया।
भारत ने सात अक्टूबर को गाजा से हमास आतंकवादियों के इजराइली शहरों पर किए गए हमलों के बाद घर लौटने की इच्छा रखने वालों की वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया था।
अधिकारियों के मुताबिक भारतीय नागरिकों को इजराइल से लाने का काम जारी रहेगा। इजराइल से भारतीय नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए पहला चार्टर विमान गुरुवार देर शाम बेन गुरियन एयरपोर्ट से 211 वयस्कों और एक नवजात को लेकर रवाना हुआ और शुक्रवार सुबह दिल्ली पहुंचा।
भारतीय दूतावास की तरफ से सभी भारतीयों के लिए मिशन के डेटाबेस में पंजीकरण के लिए शुरू किए गए अभियान के बाद यात्रियों को “पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर चुना गया था। उनकी वापसी का खर्च भारत सरकार उठा रही है।
इजराइल में करीब 18,000 भारतीय नागरिक रह रहे हैं और काम कर रहे हैं जिनमें देखभाल करने वाले, छात्र, कई आईटी प्रोफेशनल और हीरा कारोबारी शामिल हैं।
गाजा पट्टी में हमास के सशस्त्र आतंकवादियों ने इजरायली सुरक्षा बाड़ में विस्फोट किया और जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते इजराइल में प्रवेश किया।
हमास के हमले में इजराइल में 1,300 से ज्यादा लोग मारे गए थे। वहीं इजराइल के जवाबी हवाई हमलों में गाजा में 1,530 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इजराइल ने दावा किया है कि देश के अंदर लगभग 1,500 हमास आतंकवादी मारे गए हैं।