सिक्किम में आई आसमानी आपदा के चलते वहां का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ को 5 दिन बीत चुके है। लेकिन अब तक करीब 105 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। मलबे में दबे 33 शवों को बरामद कर लिया गया है, इन शवों में सेना के 9 जवान की पुष्टि की गई है।
सिक्किम मे बादल फटने से आई अचानक बाढ़ के कारण लगभग 60,870 लोग प्रभावित हुए है। सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, अब तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 2563 लोगों को बचाया गया है। इस तबाही में लापता हुए 105 लोगों की तलाश जारी है। इनमें से पाकयोंगयों जिले में 63 लोग, गंगटोक जिले में 20, मंगन में 16 और नामची में छह लोग लापता हैं। अधिकारियों ने कहा कि तलाशी अभियान के लिए विशेष रडार, ड्रोन और सेना के कुत्तों को तैनात किया गया है।
सिक्किम नेशनल हाईवे 10 तीस्ता नदी पर पुलों के क्षतिग्रस्त होने की वजह से अनुपयोगी हो गया है। उत्तरी सिक्किम में, मंगन से आगे की सड़कें कट गई हैं।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल ने सिक्किम के चुंगथांग में करीब 56 लोगों की जान बचाई। जो कि अचानक आई बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है। बचाए गए लोगों में 52 पुरुष और चार महिलाएं थीं।
राज्य भर में स्थापित 30 राहत शिविरों में कुल 6,705 लोगों ने शरण ली है, जिनमें से अधिकांश देश के बाकी हिस्सों से कट गए हैं। इस आपदा में हिमालयी राज्य के चार जिलों में 1655 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए और 14 पुल बह गए। इतना ही नही इस आपदा में 3 हजार से अधिक पर्यटकों के फंसे होने की आशंका है।