राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने शुक्रवार को पद की शपथ लेने के बाद लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार राज्य के लिए निर्धारित सभी गारंटियों को पूरा करने का प्रयास करेगी।
शुक्रवार को नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करने के बाद सीएम शर्मा ने कहा ”हम प्रधानमंत्री मोदी की सभी गारंटियों और हमारे घोषणापत्र में सूचीबद्ध सभी गारंटियों को पूरा करने के लिए ईमानदारी से प्रयास करेंगे। हम उन मुद्दों को संबोधित करना चाहेंगे जिनसे न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में लोग जूझ रहे हैं। हम ‘अंत्योदय’ की दिशा में काम करेंगे। हम योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ेंगे।”
सीएम के रूप में अपने पहले बड़े फैसले में भजन लाल शर्मा ने पेपर लीक मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दोषी पाए गए लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी। भजन लाल शर्मा ने कहा ”हमने पेपर लीक मामलों की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की है। इन घटनाओं ने हमारे छात्रों का मनोबल तोड़ दिया। जिम्मेदार पाए गए लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा। एक एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स भी बनाई जाएगी।”
सांगानेर से पहली बार विधायक बने शर्मा ने शुक्रवार को जयपुर में राजस्थान के सीएम पद की शपथ ली। राज्यपाल कलराज मिश्र ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित गणमान्य लोग शामिल थे।
दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा ने भी राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शर्मा राजस्थान के पूर्वी जिले भरतपुर के रहने वाले हैं और उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का करीबी माना जाता है। भजन लाल शर्मा के पास राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री है। उन्होंने सांगानेर विधानसभा सीट पर अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी पुष्पेंद्र भारद्वाज के 97,081 वोटों के मुकाबले 145,162 वोट हासिल कर प्रभावशाली अंतर से जीत हासिल की।
बीजेपी ने राजस्थान में कड़े मुकाबले के एग्जिट पोल के अनुमानों को धता बताते हुए 115 सीटें जीत लीं। कांग्रेस 69 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। राज्य की 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ था।