श्रेष्ठ भारत (Shresth Bharat) | Hindi News

Our sites:

|

Follow us on

|

नुसरत अंसारी का पर्चा खारिज, क्या नहीं लड़ पाएंगी चुनाव?

नुसरत अंसारी का पर्चा खारिज

Lok Sabha Election 2024: माफिया मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अंसारी को बड़ा झटका लगा है। सपा प्रत्याशी के तौर पर नुसरत ने दो नामांकन दाखिल किए थे, जिसे निरस्त कर दिया गया है। इसके बाद ये साफ हो गया है कि सपा के प्रत्याशी अफजाल अंसारी होंगे। हालांकि, अब नुसरत अंसारी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकेंगी।

नुसरत अंसारी का पर्चा निरस्त

दरअसल, यूपी की चर्चित लोकसभा सीट गाजीपुर से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी और उनकी बेटी नुसरत अंसारी ने नामांकन किया था। उन्होंने सोमवार को दो सेटों में पर्चा भरा था। नुसरत अंसारी ने ये नामांकन डमी कैंडिडेट यानी की सब्स्टीट्यूट प्रत्याशी के रूप में किया था। अफजाल ने कहा भी था कि अगर मेरे नामांकन में कोई दिक्कत आती है, तो पार्टी सिंबल नुसरत को ट्रांसफर हो जाएगा।

20 मई को होगी मामले में सुनवाई

बता दें, सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी के मामले की सुनवाई सोमवार को टल गई थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुकदमे में बहस के दौरान अधिवक्ता जीएस चतुर्वेदी, दयाशंकर मिस्र ने पक्ष रखते हुए कहा था कि राजनीतिक रंजिश में फंसाया गया है। अफजाल अंसारी के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है।

अधिवक्ता ने आगे कहा कि सबसे पहली बात तो घटना के कई साल बाद गैंगस्टर का केस दर्ज किया गया है, जोकि पूरी तरह से फर्जी है। उन्होंने कहा कि अफजाल अंसारी पांच बार विधायक और दो बार सांसद चुने गए हैं। वो बिना भेदभाव के लोगों की मदद करते हैं, इसलिए अपने क्षेत्र में लोकप्रिय हैं।


संबंधित खबरें

वीडियो

Latest Hindi NEWS

PM Narendra Modi
'वंशवाद की राजनीति…', PM मोदी ने श्रीनगर में तीनों परिवारों पर बोला तीखा हमला
ind vs ban
अश्विन के शतक से शुरूआती झटकों से उबरा भारत, जडेजा ने लगाया अर्धशतक
Mathura Train Accident
मथुरा में पटरी से उतरे मालगाड़ी के 25 डिब्बे; कई ट्रेनें निरस्त
Adani Foundation
आंध्र प्रदेश में बाढ़ से बुरे हालात, अडानी फाउंडेशन ने 25 करोड़ रुपये का दिया योगदान
Gorakpur-Lucknow News
रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर और लखनऊ के बीच चौथी लाइन को दी मंजूरी
Shoes Vastu Tips
घर की इस दिशा में भूलकर भी न उतारें जूते-चप्पल, वरना हो जाएंगे कंगाल !