जैसे ही अयोध्या अगले महीने भव्य अभिषेक समारोह की तैयारी कर रही है भगवान राम को उनके नाना-नानी और छत्तीसगढ़ और नेपाल में उनके ससुराल वालों से विशेष प्रसाद मिलने की तैयारी है। इसमें छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में उनके नाना-नानी के घर से लगभग तीन हजार क्विंटल चावल और नेपाल के जनकपुर में उनके ससुराल से लगभग 1100 प्लेट चावल शामिल हैं।
जहां चंदखुरी को भगवान राम के नाना का घर माना जाता है वहीं नेपाल में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र जनकपुर को भगवान राम की पत्नी सीता का जन्मस्थान माना जाता है। जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए विशेष प्रसाद के रूप में छत्तीसगढ़ के चंदखुरी से लगभग 3 हजार क्विंटल चावल और नेपाल के जनकपुर में उनके ससुराल से कपड़े, फल और 1100 प्लेटें भगवान राम के लिए भेजी जाएंगी। नेपाल इस आयोजन के लिए विभिन्न प्रकार के आभूषण, बर्तन, कपड़े और मिठाइयों से युक्त विशेष स्मृति चिन्ह भी भेजेगा।
इसके अलावा एटा जिले से अष्टधातु से बनी 2100 किलोग्राम वजनी घंटी, वडोदरा से 2 करोड़ रुपये की 108 फुट लंबी अगरबत्ती और पटना के महाबीर ट्रस्ट से 5 लाख रुपये का सोने का धनुष-बाण दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर के अभिषेक समारोह में भाग लेने के लिए तैयार हैं। इस कार्यक्रम के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं जिसमें गणमान्य व्यक्ति और सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे। मंदिर के अधिकारियों के अनुसार अभिषेक समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों की अवधि में आयोजित किया जाएगा।
16 जनवरी को मंदिर ट्रस्ट श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा नियुक्त यजमान प्रायश्चित समारोह का संचालन करेंगे। सरयू नदी के तट पर ‘दशविधि’ स्नान, विष्णु पूजा और गाय का तर्पण किया जाएगा। इसके बाद 17 जनवरी को भगवान राम की बाल स्वरूप (राम लला) की मूर्ति लेकर एक जुलूस अयोध्या पहुंचेगा। मंगल कलश में सरयू जल लेकर श्रद्धालु राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे। 18 जनवरी को गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजा, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजा के साथ औपचारिक अनुष्ठान शुरू होंगे। 19 जनवरी को पवित्र अग्नि जलाई जाएगी इसके बाद ‘नवग्रह’ की स्थापना और ‘हवन’ किया जाएगा।
राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह को 20 जनवरी को सरयू जल से धोया जाएगा जिसके बाद वास्तु शांति और ‘अन्नाधिवास’ अनुष्ठान होगा। 21 जनवरी को रामलला की मूर्ति को 125 कलशों से स्नान कराया जाएगा और अंत में उन्हें समाधि दी जाएगी। अंतिम दिन 22 जनवरी को सुबह की पूजा के बाद दोपहर में ‘मृगशिरा नक्षत्र’ में राम लला के विग्रह का अभिषेक किया जाएगा।
राम मंदिर के बारे में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि 450 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है और राम मंदिर का बहुप्रतीक्षित सपना पूरा हो गया है। ठाकुर ने कहा “450 वर्षों का लंबा इंतजार खत्म हो गया है और भारतीयों की कई पीढ़ियों ने जिस भव्य राम मंदिर की कल्पना की थी या सपना देखा था वह पूरा हो गया है।”
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि देश के कोने-कोने से जो लोग भव्य राम मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं वे प्राण-प्रतिष्ठा दिवस के बाद आना शुरू कर देंगे और श्रद्धालुओं को उचित जानकारी प्राप्त करने के बाद ही आना चाहिए।
धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं के बारे में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर खोला, हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे बनाया और बौद्ध सर्किट का निर्माण किया। दिव्य एवं भव्य सोमनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम, केदारनाथ धाम एवं महाकाल लोक के बाद अब दिव्य एवं भव्य अयोध्या धाम का निर्माण हुआ है।”
अनुराग ठाकुर ने कहा “जब करोड़ों लोग भगवान राम के दर्शन के लिए यहां आएंगे तो अयोध्या धाम का जो निर्माण चल रहा है उससे मदद मिलेगी। वहां के रेलवे जंक्शन का नाम भगवान राम के नाम पर रखा गया है। एक नया हवाई अड्डा बनकर तैयार हो गया है ताकि लोग आवागमन कर सकें।”