Trump On H-1B Visa: डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्होंने शपथ के बाद कई अहम और बड़े फैसले लिए, जिसमें जन्मसिद्ध अधिकार पर रोक लगाने और अप्रवासियों को वापस उनके देश भेजने जैसे कई बड़े फैसले शामिल थे।
वहीं, ट्रंप ने राष्ट्रपति की शपथ लेने के बाद भारत के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने H-1B वीजा को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। हालांकि, H-1B वीजा को लेकर ट्रंप की बात ने भारतीयों को राहत पहुंचाई है।
ट्रंप ने H-1B वीजा का किया समर्थन
मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप से H-1B वीजा पर सवाल पूछा गया। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि काबिल लोग अमेरिका आएं। मैंने खुद भी इस प्रोग्राम का इस्तेमाल किया है, ऐसे में मैं इसे रोकना नहीं चाहता हूं।
ट्रंप ने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि सक्षम लोग हमारे देश में आएं। मैं सिर्फ इंजीनियरों की बात नहीं कर रहा हूं। मैं सभी स्तर के लोगों की बात कर रहा हूं।
मस्क ने भी की है H-1B वीजा की पैरवी
मस्क ने कहा कि ओरेकल के सीटीओ लैरी एलिसन को इंजीनियर की जरूरत है। नासा को भी इंजीनियर चाहिए। ऐसे में मैं काबिल लोगों का अमेरिका में स्वागत करता हूं। कुछ दिनों पहले टेस्ला के सीईओ ने भी H-1B वीजा की वकालत की थी। हालांकि, ट्रंप के कई समर्थकों का मानना है कि विदेशों से आए लोगों की वजह से अमेरिका के नागरिकों को नौकरी नहीं मिल रही।
H-1B से क्या होता है फायदा?
बता दें कि भारतीय पेशेवरों को इस एच-1बी वीजा से बहुत फायदा मिलता है और इसकी वजह से ही लाखों भारतीय अमेरिका में काम कर रहे हैं। हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि H1-B वीजा नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं।