पणजी बाल न्यायालय ने गोवा में अपने चार वर्षीय बेटे की हत्या की आरोपी सुचना सेठ की पुलिस रिमांड और पांच दिनों के लिए बढ़ा दी है। सुचना सेठ को 19 जनवरी को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। बेंगलुरु की स्टार्ट-अप कंपनी की सीईओ सुचना सेठ को आज छह दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद बाल न्यायालय लाया गया है।
#WATCH | The Panaji Children's Court in Goa extends police custody of accused Suchana Seth for 5 more days; to be produced again before the court on January 19
— ANI (@ANI) January 15, 2024
Seth is accused of murdering her four-year-old son in Goa. pic.twitter.com/LQ2sqxSc9V
जांच अधिकारी, कैलंगुट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर परेश नाइक ने कहा कि पणजी चिल्ड्रन कोर्ट ने आरोपी सुचना सेठ की पुलिस रिमांड 5 दिनों के लिए बढ़ा दी है। उसे 19 जनवरी को फिर से अदालत के सामने पेश किया जाना है। पुलिस ने मंगलवार को बताया था कि आरोपी की पहचान सुचना सेठ के रूप में हुई है, जिसे पहले गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने कहा कि आरोपी महिला को कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में उस समय पकड़ा गया जब वह अपने बेटे के शव को बैग में भरकर कैब में भागने की कोशिश कर रही थी।
गोवा के पुलिस अधीक्षक निधिन वलसन ने कहा कि एक महिला ने होटल के कर्मचारियों से बेंगलुरु के लिए टैक्सी की व्यवस्था करने के लिए कहा। चेकआउट के बाद जब होटल के कर्मचारी कमरे को साफ करने गए तो उन्हें लाल रंग के धब्बे मिले, जिसे देखकर उन्हें लगा कि यह खून है। कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने आगे बताया कि पूछताछ करने पर महिला ने अधिकारियों को बताया कि उसने अपने बेटे को गोवा में एक दोस्त के घर पर छोड़ दिया था। पुलिस होटल पहुंची और ड्राइवर के माध्यम से महिला से संपर्क करने की कोशिश की। पुलिस ने महिला के बेटे के बारे में पूछताछ की, और उसने बताया कि बच्चा एक दोस्त के घर पर रह रहा था। हालांकि, पुलिस को महिला द्वारा दिया गया पता मिल गया जो नकली था।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्लान के अनुसार ड्राइवर को कार पुलिस स्टेशन ले जाने के लिए कहा गया और सामान की जांच करने पर पुलिस को लड़के का शव मिला। मामले में एफआईआर दर्ज की गई और गोवा कोर्ट ने आरोपी को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। कैलंगुट पुलिस शुक्रवार को सुचना सेठ को “अपराध स्थल को फिर से बनाने” के लिए सर्विस अपार्टमेंट में ले गई थी।
इस बीच गोवा के डीजीपी जसपाल सिंह बताया कि आरोपी जांच प्रक्रिया में सहयोग नहीं कर रहा है। डीजीपी जसपाल सिंह ने कहा कि यह जांच के प्रारंभिक दिन हैं। अब तक जांचकर्ताओं ने हमें जो बताया है वह यह है कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। हम पाए गए सबूतों के साथ आरोपी का सामना करेंगे। हमारे पास आरोपपत्र दाखिल करने के लिए 90 दिन हैं। हमने सभी सबूत एकत्र कर लिए हैं। प्रारंभिक जांच चल रही है, हम अपराध के मकसद का पता लगाने के लिए सबूतों की सराहना करेंगे और उनका सामना करेंगे। हम इस घटना को तार्किक अंत तक पहुंचाएंगे।