धान में हुए नुकसान के बाद जैविक खेती अपनाकर अटेरना और मनौली क्षेत्र को बेबी कॉर्न (baby corn), स्वीट कॉर्न (sweet corn) और मशरूम (mushroom) उत्पादन का हब बनाने वाले कंवल सिंह चौहान (kanwal singh chauhan) पूरे देश में उन 12 किसानों में शामिल हुए, जिन्हें पद्मश्री (padma shri) से सम्मानित किया गया. जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश के किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने कंवल सिंह चौहान (kanwal singh chauhan) अपनी इस कामयाबी को एक छोटा सा पड़ाव मानते हैं. उनका लक्ष्य प्रदेश के हर जिले में प्रोसेसिंग यूनिट (processing unit) स्थापित करके किसानों की आय को दोगुना नहीं, पांच से छह गुना करना है, ताकि किसी किसान का सिर कर्ज के पहाड़ के सामने झुक न सके