जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर पर CBI गुरुवार की सुबह छापेमारी की। सीबीआई ने दिल्ली में सत्यपाल मलिक के घर पर छापेमारी की। प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजधानी दिल्ली में सीबीआई ने 30 जगहों पर छापेमारी की है। सीबीआई हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट मामले में दबिश कर रही है। इससे पहले बीमा घोटाले मामले में भी सीबीआई सत्यपाल मलिक के खिलाफ़ कार्रवाई कर चुकी है। इससे पहले भी सत्यपाल मलिक के करीबियों पर सीबीआई की छापेमारी देखने को मिली थी।
छापेमारी पर बोले मलिक
छापेमारी के बीच पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बयान सामने आया है। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, पिछले 3-4 दिनों से मैं बिमार हूं ओर हस्पताल में भर्ती हूं। जिसके बावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं। मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। में किसानों के साथ हूं।
क्या है मामला
सीबीआई की छापेमारी साल 2019 में किश्तवाड़ में किरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट मामले में हुई है। बताया जा रहा है कि हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्य का ठेका देने में कथित भ्रष्टाचार के मामले में हुआ है। सत्यपाल मलिक 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। उन पर ऐसा आरोप लग रहा है कि उन्होंने परियोजना से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। हालांकि, सत्यपाल मलिक इन आरोप पर सफाई दे चुके हैं।
इससे पहले सीबीआई की ओर से कहा गया था कि ‘साल 2019 में किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के सिविल कार्यों का लगभग 2,200 करोड़ रुपये का ठेका एक निजी कंपनी को देने में कदाचार के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।’
सीबाआई चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स (प्राइवेट) लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी, पूर्व अधिकारियों एम एस बाबू, एम के मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ पहले ही केस दर् कर चुकी है।