लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 फरवरी 2024, आज पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 को निरस्त करने का आदेश दिया है। इस परीक्षा का आयोजन 17 और 18 फरवरी को किया गया था। इसके बाद परीक्षा के पेपर लीक होने की आशंका जताई गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परीक्षाओं में हुई गड़बडी के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
.@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2024
परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं…
परीक्षा 6 महीने के अंदर दोबारा आयोजित होगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भर्ती परीक्षा 2023 को अगले 6 महीने के अंदर दोबारा कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि परीक्षा की तारीख का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा।
पेपर लीक मामले में 287 गिरफ्तार
पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 के पेपर लीक मामले में लगभग 287 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 287 लोगों में से 90 लोगों को परीक्षा के आखिरी दिन गिरफ्तार किया गया। और इन सबके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश जारी किए गए है।
उम्मीदवारों को राहत
पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 रद्द होने से उम्मीदवारों को राहत मिली है। उम्मीदवारों का कहना था कि पेपर लीक होने से परीक्षा निष्पक्ष नहीं थी।
क्या है पूरा मामला
पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2023, 17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित की गई थी। परीक्षा के बाद सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की खबरें सामने आई थीं। इन खबरों के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। जांच में पेपर लीक होने की पुष्टि हुई थी।
सरकार की सख्ती
पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 पेपर लीक मामले में सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है। सरकार ने पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
उम्मीदवारों की उम्मीदें
पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 दोबारा आयोजित होने से उम्मीदवारों को उम्मीद है कि उन्हें इस बार निष्पक्ष तरीके से परीक्षा में भाग लेने का मौका मिलेगा।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “सरकार की नौकरी देने की नीयत नहीं थी, सरकार अगर नौकरी देना चाहती तो जब पहला पेपर लीक हुआ था। तभी सरकार सख्ती से कार्रवाई करती और उसका परिणाम यह होता कि कोई पेपर लीक नहीं होता। नौजवानों के सपनों के साथ यह सरकार खिलवाड़ कर रही है।
#WATCH बहराइच, उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "सरकार की नौकरी देने की नीयत नहीं थी, सरकार अगर नौकरी देना चाहती तो जब पहला पेपर लीक हुआ था तभी सरकार सख्ती से कार्रवाई करती और उसका परिणाम यह होता कि कोई पेपर लीक नहीं होता… नौजवानों के सपनों के साथ यह… pic.twitter.com/uXenrUGTOb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2024