US President Donald Trump: पूरी दुनिया की निगाहें अमेरिका पर लगी थीं। दुनिया जानना चाहती थी कि आखिर क्या डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति की कुर्सी संभालते ही वो सब कर पाएंगे, जिसका उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान बढ़ चढ़कर वादा किया था। 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली और उसके बाद कई ऐसे बड़े फैसले किए जिनका भारत पर सीधा असर दिख रहा है।
शपथ के बाद लिए कई अहम फैसले
अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ट्रंप ने माइग्रेशन और जन्म के समय से मिलने वाली अमेरिकी नागरिकता जैसी नीतियां बदल दी हैं। उन्होंने अप्रवासियों के अमेरिका में जन्में बच्चों को खुद-ब-खुद मिलने वाली अमेरिकी नागरिकता के प्रावधान में बदलाव कर दिया है। इस आदेश की विस्तार से जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन ये बहुत बड़ा फैसला है क्योंकि भारत के 50 लाख से ज्यादा लोग अमेरिका में रहते हैं।
इनमें से जो H-1 वीजा, डिप्लोमेटिक या अन्य किसी वीजा पर नौकरी करने के लिए अमेरिका जाते हैं और उनको वहां बच्चा पैदा होता है तो उसे जन्मजात अमेरिकी नागरिकता मिल जाती है, लेकिन ट्रंप के ताजा फैसले के बाद ये प्रावधान बदल जाएगा। ट्रंप ने उस आदेश पर भी हस्ताक्षर किए हैं, जिससे अमेरिका की शरणार्थियों के पुनर्वास से जुड़ी योजना पर चार महीने के लिए रोक लग जाएगी।
‘सीमाओं को सील’ कर दे- ट्रंप
ट्रंप ने अमेरिकी सेना को आदेश दिया है कि वह ‘सीमाओं को सील’ कर दे। ट्रंप का मानना है कि सीमावर्ती इलाकों से अमेरिका में अवैध ड्रग्स लाया जाया जा रहा है और मानव तस्करी हो रही है।
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मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के आदेश
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान ये वादा किया था। अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर आपताकाल के एलान के तहत ट्रंप ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ‘दक्षिणी सीमा पर अतिरिक्त बैरियर के निर्माण’ के लिए दोबारा प्रयास शुरू कर दें। ये मुद्दा ट्रंप अपने पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भी उठा रहे थे।
मेक्सिकों की खाड़ी को किया अमेरिका की खाड़ी
बता दें कि ट्रंप जब साल 2016 में पहली बार राष्ट्रपति बने थे, उन्होंने मेक्सिको की सीमा पर एक दीवार बनाने का आदेश दिया था। इस बैरियर का थोड़ा हिस्सा बन भी गया था, लेकिन अधिकांश हिस्से का निर्माण अधूरा रह गया था। ट्रंप ने मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर ‘अमेरिका की खाड़ी’ करने का आदेश दिया है।
पूर्ववर्ती बाइडन सरकार के कई फैसले पलटे
डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्ववर्ती बाइडन सरकार के कई फैसले पलट दिए हैं, जिसमें आप्रवासियों के लिए लाई गई बड़ी योजना भी शामिल है। इस योजना के तहत क्यूबा, हैती, निकारगुआ और वेनेज़ुएला से करीब 30 हज़ार आप्रवासियों को अमेरिका आने की मंज़ूरी दी गई थी। ट्रंप ने इस योजना पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
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WHO से अमेरिका को किया बाहर
ट्रंप के बड़े फैसलों में विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ से हटना भी शामिल है। ट्रंप ने WHO से हटने से जुड़े एग्जीक्यूटिव आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं। ट्रंप कोरोना महामारी से निपटने के लिए डब्ल्यूएचओ के उठाए कदमों की आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने इस महामारी के दौरान ही डब्ल्यूएचओ से हटने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। हालांकि, बाद में जो बाइडन ने राष्ट्रपति बनते ही ये आदेश पलट दिया था।
पेरिस जलवायु समझौते से हटने का किया फैसला
डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते से हटने का भी फैसला लिया है। इन कई फैसलों पर भारत समेत पूरी दुनिया को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि ट्रंप के ये आदेश अभी पूरी तरह लागू हो पाएंगे या नहीं। इसमें एक कानूनी अड़चन भी है। राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकारी यानी एग्जीक्यूटिव आदेश संसद से पास क़ानून के बराबर ही होते हैं, लेकिन इन्हें बाद में आने वाले राष्ट्रपति या कोर्ट पलट भी सकते हैं। कुछ आदेशों को क़ानूनी चुनौती का सामना भी करना पड़ सकता है।