ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक भारत की अपनी पहली यात्रा पर हैं। सुल्तान हैथम बिन तारिक का भारत की उनकी राजकीय यात्रा के दूसरे दिन शनिवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के आँगन में औपचारिक स्वागत किया गया।
President Droupadi Murmu accorded a ceremonial welcome to His Majesty Sultan Haitham bin Tarik, the Sultan of Oman at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/HGvEt9XR67
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 16, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में सुल्तान का स्वागत किया। इसके बाद सुल्तान हैथम बिन तारिक ने संयुक्त रक्षा सेवाओं द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। सुल्तान जब तीन दिवसीय राज्य यात्रा के लिए शुक्रवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे तो केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने उनका स्वागत किया।
इससे पहले विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ओमान के सुल्तान की यात्रा से दोनों देशों के बीच दोस्ती और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। बागची ने एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट किया “ओमान के महामहिम सुल्तान हैथम बिन तारिक भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।” हवाई अड्डे पर @MOS_MEA द्वारा स्वागत किया गया। यह यात्रा भारत और भारत के बीच दीर्घकालिक मित्रता और सहयोग को और मजबूत करेगी। ओमान और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करें।”
गौरतलब है कि भारत और ओमान के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों पर आधारित दीर्घकालिक मित्रता है। इसके अलावा भारत और ओमान के बीच लोगों के बीच संपर्क का पता 5 हजार साल पुराना लगाया जा सकता है।
दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध 1955 में स्थापित हुए और 2008 में इसे रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया। विदेश मंत्रालय के अनुसार ओमान खाड़ी क्षेत्र में भी भारत का निकटतम रक्षा भागीदार है। रक्षा सहयोग दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के प्रमुख स्तंभ के रूप में उभर रहा है।
ओमान पश्चिम एशिया का एकमात्र देश है जिसके साथ भारतीय सशस्त्र बलों की तीनों सेनाएं नियमित द्विपक्षीय अभ्यास और सेवा-स्तरीय कर्मचारी वार्ता करती हैं। भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन और भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत अतिथि देश के रूप में बैठकों में भाग लेने के लिए ओमान सल्तनत को एक विशेष निमंत्रण भी दिया। ओमान ने 150 से अधिक कार्य समूह बैठकों में भाग लिया इसके नौ मंत्रियों ने विभिन्न जी20 मंत्रिस्तरीय बैठकों में भाग लिया।